टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ बड़ा बयान दिया है. इशांत ने धोनी की कप्तानी को लेकर एक बड़ी बात कह दी है. रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली की जीत के बाद इशांत ने कहा कि जब धोनी कप्तान थे, तब उनकी कप्तानी में तेज़ गेंदबाज़ों को बहुती ही कम मौके मिलते थे. वहीं धोनी के बाद जब विराट कोहली ने टीम इंडिया की कमान संभाली तभी से तेज़ गेंदबाज़ों को ज़्यादा मौके मिलने लगे हैं.


भारतीय टीम के लिए 96 टेस्ट खेलने वाले इशांत शर्मा ने कहा, 'धोनी के समय में हमें ज्यादा अनुभव नहीं था. इसके अलावा तेज गेंदबाजों को कम मौके मिलते थे, यही वजह है कि उस समय तेज गेंदबाजों के ग्रुप को ज्यादा सफलता नहीं मिली.' इशांत यहीं नहीं रुके उन्होंने ये भी दावा किया कि उस समय 6 से 7 तेज गेंदबाजों का पूल बना हुआ था और संवाद की कमी थी. हालांकि अब सिर्फ 3 से 4 तेज गेंदबाजों का ग्रुप बना हुआ है और सभी एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं.


विराट की कप्तानी को लेकर इशांत का कहना है, 'अगर आपको पता हो कि आपका 3 से 4 गेंदबाजों का पूल है तो बातचीत में आसानी होती है. इशांत ने विराट कोहली की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा कि, 'विराट ने जब कप्तानी संभाली तब हमें ज्यादा अनुभव हो गया था. इसका फायदा हमें हुआ और इस अनुभव से हमें मदद भी मिली. टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम के बारे में बात करते हुए इशांत ने कहा कि, जब आप ज्यादा खेलते हैं और ड्रेसिंग रूम में ज्यादा रहते हैं और निजी चर्चाएं होती हैं तो आप सहज महसूस करते हैं. इससे आप मैदान पर आनंद उठाते हैं जो एक अलग ही तरह का अनुभव है.'


मौजूदा समय में इशांत शर्मा टीम इंडिया के सबसे अनुभवी टेस्ट गेंदबाज़ हैं और अगर वो धोनी की कप्तानी को लेकर ये बात कह रहे हैं तो कहीं न कहीं कुछ तो रहा ही होगा जो उन्होंने ये बात कही है. वैसे अगर पिछले कुछ सालों के प्रदर्शन पर नज़र डाले तो इशांत के प्रदर्शन में निखार जरूर आया है. अब जो इशांत शर्मा टेस्ट क्रिकेट में बड़े-बड़े बल्लेबाज़ों को अपनी धार और रफ्तार से नतमस्तक होने पर मजबूर कर देते हैं वहीं इशांत कुछ साल पहले तक लगातार विकेट लेने और अच्छी लाइन-लेंग्थ से गेंदबाजी करने में नाकाम रहते थे.


इशांत शर्मा के मौजूदा टेस्ट रिकॉर्ड की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक भारतीय टीम के लिए 96 टेस्ट में 292 विकेट लिए हैं. वहीं साल 2017 से ही इशांत शर्मा का प्रदर्शन बेहतरीन हुआ है. उन्होंने पिछले 3 सालों में 23 टेस्ट मैचों में 80 विकेट लिए हैं. ये दिखाता है कि पिछले तीन सालों में इशांत एक बेहतरीन टेस्ट गेंदबाज़ के तौर पर खुद को स्थापित करने में सफल रहे हैं.