Kabddi Skills: एंकल होल्ड से लेकर चैन टेकल तक, ये हैं कबड्डी की डिफेंसिव स्किल्स
Kabddi Skills:: प्रो कबड्डी का आठवां सीजन 22 दिसंबर से शुरू हो रहा है. इसमें 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं.
Kabddi Skills: कबड्डी में रेड से कहीं ज्यादा मुश्किल काम टेकल करना होता है. प्रो कबड्डी के अब तक हुए सभी सीजन में यह देखा भी जा चुका है कि टीमों ने रेड के मुकाबले टेकल में कम पाइंट्स हासिल किए. दरअसल, कबड्डी में डिफेंस वाकई मुश्किल काम है. इसमें ज्यादा फूर्ति, ज्यादा ताकत और सही सोच की दरकार होती है. अगर एक खिलाड़ी में ये सभी योग्यताएं हैं और साथ में कुछ चुनिंदा स्किल्स भी हैं तो उसे स्टार प्लेयर बनने में देर नहीं लगती. कबड्डी की ये चुनिंदा डिफेंस स्किल्स कौन सी हैं, यहां पढ़ें..
1. एंकल होल्ड: स्टार डिफेंडर रविन्दर पहाल सुरेन्दर नाडा ने दुनिया को दिखाया कि वास्तव में कैसे एंकल होल्ड की जाती है. इस तकनीक में डिफेंडर सीधे रेडर की एंकल को इस तरह जकड़ लेता है कि रेडर के आगे बढ़ने की संभावना खत्म हो जाती है.
2. ब्लॉक: यह एक हाई रिस्क दांव होता है. इसमें रेडर की वापसी के दौरान डिफेंडर सीधे अपनी बॉडी से उसे ब्लॉक करने की कोशिश करता है. कबड्डी के इस दांव में बेहद ताकत की जरूरत होती है.
3. चैन टेकल: यह कबड्डी की वह तकनीक है, जिसमें डिफेंडर एक दूसरे के साथ मिलकर रेडर को टैकल करने की कोशिश करते हैं. यह तकनीक टीम वर्क से ही सफल होती है. इसमें दो या दो से ज्यादा खिलाड़ी हाथ पकड़कर रेडर की पाले में वापसी को रोकते हैं.
4. दाश: कबड्डी के इस दांव में डिफेंडर पूरी ताकत के साथ रेडर को कोर्ट के बाहर फेंकने की कोशिश करता है. ज्यादातर कवर और कॉर्नर के डिफेंडर इस दांव से पॉइंट हासिल करने की कोशिश करते हैं.
5. थाई होल्ड: इसमें डिफेंडर सीधे रेडर की जांघ को पकड़कर उसे रोकने की कोशिश करता है. ताकत के साथ सही पॉजिशन में आना इस दांव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है.
6. वेस्ट होल्ड: यह कबड्डी का एक और ऐसा दांव है, जिसमें बहुत ज्यादा ताकत की दरकार होती है. इस तकनीक में डिफेंडर विपक्षी टीम के रेडर को कमर से उठाकर हवा में उछालते हुए मैट पर गिराता है. रण सिंह और संदीप नरवाल इस स्किल के महारथी हैं.
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