Pro Kabddi League: कबड्डी महज ताकत और फिटनेट का ही नहीं स्किल्स का भी खेल है. कबड्डी में अगर एक खिलाड़ी को बेहतर प्रदर्शन करना है तो उसमें कुछ जरूरी स्किल्स होनी ही चाहिए. रेडर्स और डिफेंडर्स के लिए ये स्किल्स अलग-अलग हैं. यहां हम कबड्डी के कुछ ऐसी ही आक्रामक स्किल्स के बारे में आपको जानकारी दे रहे हैं. 


1. बैक किक (Back Kick): कबड्डी में यह एक बहुत ही चतुर स्किल्स मानी जाती है. इसमें रेडर विपक्षी टीम के डिफेंडरों की ओर पीठ करके अचानक पीछे की ओर किक मारता है और टच पॉइंट लेने की कोशिश करता है. दुनिया के अन्य हिस्सों में इसे म्यूल किक के नाम से भी जाना जाता है.


2. डुबकी (Dubki): इस दांव में टाइमिंग बहुत मायने रखती है. विपक्षी टीम अगर चैन टेकल के जरिए रेडर को घेरने की कोशिश करती है तो रेडर इस स्किल के जरिए विरोधी खिलाड़ियों के फैले हुए हाथों के नीचे से डुबकी लगाकर पॉइंट लेते हुए अपने पाले में चले जाता है.


3. हैंड टच (Hand touch): यह कबड्डी का एक प्राथमिक आक्रामक दांव है. दौड़कर या ठहरकर किसी भी तरह विरोधी टीम के खिलाड़ी को हाथ से टच कर पॉइंट लेना ही इस दांव का उद्देश्य होता है.


4. लायन जंप (Lion Jump): प्रो कबड्डी में पवन सहरावत ने इसे पापुलर बनाया. लायन जंप के लिए रेडर के पैरों में बहुत ताकत और ऊर्जा की जरूरत होती है. इस दांव में रेडर विपक्षी टीम के डिफेंडरों के ऊपर से कूद कर खुद का बचाव भी करता है और पॉइंट्स हासिल कर अपने पाले में वापसी करता है. ये एक बेहद ही कठीन दांव है.


5. साइड किक (Side Kick): यह कबड्डी की एक प्रभावी तकनीक है. इसमें रेडर साइड किक लगाकर डिफेंडर को छूने की कोशिश करता है. इसमें सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि रेडर अपना बैलेंस बनाकर रखे.


6. टौ टच (Toe Touch): यह कबड्डी का एक बेहद ही शातिर दांव होता है, जिसमें रेडर की नजर डिफेंडर के पैरों के अंगुठे पर होती है. रेडर को जैसे ही सही वक्त मिलता है वह अपने पैर से डिफेंडर के अंगुठे को टच कर अपने पाले की ओर दौड़ लगा देता है.


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