कभी पूरे सीजन में हासिल किए थे सिर्फ 9 रेड प्वाइंट्स और अब तीन सीजन से कर रहा है 250 रेड प्वाइंट्स के आंकड़े को पार
सीजन 4 में पवन सहरावत ने बेंगलुरु बुल्स के लिए 10 मैचों में मैट पर उतरे लेकिन वो सिर्फ 11 अंक हासिल कर पाए.
प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) सीजन 3 में एक ऐसे युवा खिलाड़ी का उदय हुआ, जो आज के समय का सबसे बड़ा रेडर बन चुका है. उसने पिछले तीन सीजन से लगातार सबसे अधिक रेड प्वाइंट्स हासिल किए हैं और अपनी टीम को खिताब भी दिला चुका है. बेंगलुरु बुल्स (Bengaluru Bulls) के कोच रणधीर सिंह सहरवात (Randhir Singh Sehrawat) ने पवन सहरावत को अपनी टीम में शामिल किया. उस सीजन पवन ने 14 में से 13 मैच टीम के लिए खेले और 45 रेड प्वाइंट्स के साथ टीम के बेस्ट रेडर रहे. सीजन 4 में पवन का फॉर्म साथ नहीं दे रहा था और उन्हें 10 मैचों में खेलने का मौका मिला लेकिन वो सिर्फ 11 अंक हासिल कर पाए. सीजन 5 में उन्हें गुजरात जायंट्स ने खरीद लिया.
टीम बदली लेकिन किस्मत नहीं
टीम बदलने के बाद भी पवन सहरावत (Pawan Sehrawat) की किस्मत नहीं बदली और इस सीजन भी वा खामोश रहे और 9 मैच खेलकर सिर्फ 9 अंक हासिल कर पाए. सीजन 6 में पवन बुल्स में लौटे और पहले 5 में से चार मैचों में सुपर 10 लगाकर बता दिया की अब ये आंधी रुकने वाली नहीं है. पूरे सीजन पवन की आंधी चली और टीम को फाइनल में पहुंचाने में सफल रही. फाइनल में पवन ने गुजरात जायंट्स (Gujarat Giants) के खिलाफ 22 रेड प्वाइटंस हासिल कर टीम को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पीकेएल खिताब के साथ पवन ने उस सीजन मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर (MVP) का खिताब जीता और सबसे अधिक रेड प्वाइंट्स हासिल करने वाले खिलाड़ी भी रहे. सीजन 7 में भी पवन सहरावत ने अपनी वही फॉर्म बरकरार रखी और धमाकेदार रेडिंग के दम पर टीम को लगातार दूसरी बार प्लेऑफ्स में पहुंचा दिया.
कब रुकेगी पवन की आंधी
सेमीफाइनल में दबंग दिल्ली (Dabang Delhi) से हारने के बाद बुल्स का सफर समाप्त हो गया लेकिन पवन ने 360 प्वाइंट्स हासिल कर एक नया कीर्तिमान रच दिया. सीजन 7 में पवन ने 346 रेड प्वाइंट्स के साथ 14 टैकल प्वाइंट्स भी हासिल किए थे. सीजन 8 में भी पवन ने धमाकेदार शुरुआत की और यू मुंबा (U Mumba) के खिलाफ सुपर 10 लगाकर अपने सीजन की शुरुआत की. पवन सहरावत ने इस सीजन सबसे अधिक 18 सुपर 10 लगाए और 304 रेड प्वाइंट्स हासिल किया. इस दौरान उन्होंने 16 टैकल प्वाइंट्स भी हासिल किए हैं. पवन ने लगातार तीसरी बार टीम को प्लेऑफ्स में पहुंचाई लेकिन सेमीफाइनल में उन्हें लगातार दूसरी बार दिल्ली से हार का सामना करना पड़ा.
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