Naveen Kumar: गांव में बच्चों की कबड्डी देखकर प्रभावित हुए नवीन कुमार बन गए प्रो कबड्डी के स्टार रेडर, बदल दी दबंग दिल्ली की किस्मत
PKL: सीजन 8 में सबसे अधिक सुपर-10 रेड करने का रिकॉर्ड बनाने वाले नवीन ने दिल्ली को टॉप पर पहुंचाया. उन्होंने सीजन 7 में 301 रेड प्वाइंट भी हासिल किए थे, जिसमें 251 सफल रेड शामिल थे.
Pro Kabaddi League, Naveen Kumar (Naveen Express): प्रो कबड्डी लीग का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. साल 2014 में शुरू हुई इस लीग में अभी तक सिर्फ 7 सीजन खेले गए हैं और आठवां सीजन चल रहा है. लेकिन इतने कम समय में इस खेल ने अपनी अलग ही पहचान बना ली है. वैसे तो इस लीग में कुछ नाम ऐसे हैं, जो हर सीजन अपने प्रदर्शन से फैंस को हैरान कर देते हैं. तो कभी ऐसे युवा खिलाड़ी भी निकल कर आते हैं, जो उनके खिलाफ चुनोती पेश करने की क्षमता रखते हैं. ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं नवीन कुमार (Naveen Kumar). साल 2018 में अपने प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi league) करियर का आगाज करने वाले नवीन, पता ही नहीं चला कब वो नवीन कुमार से नवीन एक्सप्रेस (Naveen Express) बन गए.
प्रो कबड्डी लीग सीजन आठ (pro Kabaddi league season 8) में सबसे अधिक सुपर-10 रेड (22) बनाने का रिकॉर्ड दर्ज करने वाले नवीन ने दबंग दिल्ली (Dabang Delhi) को टॉप पर पहुंचा दिया. उन्होंने इस सीजन 301 रेड प्वाइंट भी हासिल किए थे, जिसमें 251 सफल रेड (Successful Raid) शामिल थे. अपने शानदार फॉर्म और लाजवाब प्रदर्शन की वजह से नवीन टीम के सबसे महत्वपूर्ण सदस्य बन गए. उनका फॉर्म ही था, जिसकी बदौलत दबंग दिल्ली केसी ने सीजन सात के ग्रुप स्टेज में सबसे अधिक मैच जीते थे और टॉप पर रहते हुए प्लेऑफ्स के लिए क्वालीफाई किया.
फाइनल में बंगाल वॉरियर्स (Bengal Warriors) के खिलाफ चार अंकों से हारकर टीम के चैंपियन बनने का सपना तो अधूरा रह गया. लेकिन इस सीजन नवीन कुमार उसी फॉर्म को बरकरार रखते हुए मैदान पर उतर चुके हैं और दो मुक़ाबलों में सबसे अधिक रेड कर सबसे आगे हैं. हरियाणा (Haryana) के भिवानी जिले के अपने गांव में बच्चों के कबड्डी के खेल को देखकर प्रभावित हुए नवीन कुमार को उनके दादा जी ने कबड्डी की ओर अग्रसर किया था.
नवीन को मिला घरवालों का साथ
शुरुआत में दादाजी जी से मिले सपोर्ट के बाद घरवालों ने भी नवीन का साथ दिया और अपना बेस्ट देने के लिए कहा. नवीन के घरवालों का कहना था कि या तो बढ़ाई करें या खेल, लेकिन जो भी करें, पूरे मन और विश्वास से करें. दो साल बाद स्कूल में हुए गेंम्स में गोल्ड जीतने के बाद नवीन ने घर वालों का विश्वास हासिल कर लिया. बस तब से नवीन की जिंदगी बदल गई और वो कबड्डी की पटरी पर दौड़ने लगे.
प्रो कबड्डी लीग के शुरु होने से पहले ही नवीन को इस खेल से प्यार हो गया था. जब उन्होंने टीम को एशियन गेम्स (Asian Games) में गोल्ड जीतते हुए देखा था, तभी से उन्होंने कबड्डी खिलाड़ी बनने का सपना देखना शुरू कर दिया था. नवीन देश के लिए कबड्डी खेलने का सपना रखते हैं और प्रो कबड्डी लीग ने उनके सपनों को नई उड़ान दी है. नवीन कुमार देश के लिए खेलना चाहते हैं और प्रो कबड्डी में दबंग दिल्ली के लिए अच्छा करना चाहते हैं.