प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi league) सीजन 8 में तो ऐसे कई रिकॉर्ड दर्ज हुए लेकिन ये रिकॉर्ड उस खिलाड़ी के नाम दर्ज रहा, जिसकी टीम लगातार जीत के लिए संघर्ष करती रही, जिस टीम के दिग्गज खराब फॉर्म की वजह से बाहर हो गए. किसी मुकाबले में लगातार दो खाली रेड के बाद डू ऑर डाई रेड आती है और इसमें अगर रेडर अंक हासिल नहीं करता, तो वो आउट हो जाता है लेकिन कुछ खिलाड़ियों ने इस सीजन जिम्मेदारी समझी और डू ऑ डाई (Do Or Die) रेड करने में दिग्गजों से भी आगे निकल गए.
मोहित गोयत
राहुल चौधरी (Rahul Chaudhary) जैसे दिग्गज रेडर के होते हुए टीम को शुरुआती दौर में हार का सामना करना पड़ा उसके बाद असलम इनामदार (Aslam Inamdar) ने रेड में अंक लेना शुरू किया और उनके साथ मोहित गोयत (Mohit Goyat) को खेलने का मौका मिला. दोनों जोड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम को प्लेऑफ्स में जगह दिला दी. इस दौरान मोहित गोयत ने 49 डू ऑर डाई रेड में अंक हासिल किया. इस मामले में वो सबसे आगे रहे.
अर्जुन देशवाल
रेडिंग विभाग में जयपुर की सबसे मजबूत कड़ी अर्जुन देशवाल (Arjun Deshwal) ने न सिर्फ टीम के लिए सबसे अधिक रेड प्वाइंट्स हासिल किए, बल्कि जब डू ऑर डाई रे की बारी आई, तो उसमें भी वो पीछे नहीं रहे. उन्होंने इस सीजन खेले गए 22 मुकाबलों में 44 डू ऑर डाई रेड प्वाइंट्स हासिल किए. दीपक निवास हुड्डा (Deepak Niwas Hooda) के रहते रेडिंग विभाग में किसी अन्य खिलाड़ी का शानदार प्रदर्शन करना ये बताता है कि अर्जुन कितने बेहतरीन खिलाड़ी हैं.
अजिंक्य पवार
इस सीजन भले ही तमिल थलाइवाज (Tamil Thalaivas) प्लेऑफ्स में नहीं पहुंची. लेकिन अजिंक्य पवार (Ajinkya Pawar) ने बता दिया कि अगले सीजन किस इरादे के साथ टीम उतरेगी. पहले अजिंक्य को दूसरे हाफ में खेलने का मौका मिलता था लेकिन उनके जज्बे को देखकर टीम ने शुरुआत से ही मौका देना शुरू किया. उन्होंने इस सीजन 18 मुकाबले खेले और 42 डू ऑर डाई रेड प्वाइंट्स हासिल किए. पवार को डू ऑर डाई रेड का किंग भी कहा जाने लगा.