Making a comeback in Pro Kabaddi League season 8: प्रो कबड्डी लीग शुरू हो चुका है और सभी 12 टीमें अब तक एक-एक मैच खेल चुकी हैं। बेंगलुरु के शेराटॉन ग्रांड व्हाइटफील्ड में सभी प्रो कबड्डी के मैच खेले जाएंगे। सभी की पहले मैच पर नज़र डालें, तो कुछ खिलाड़ियों ने पहले ही मैच में सबको प्रभावित किया, तो कुछ बेरंग नज़र आए। लेकिन कुछ दिग्गज खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो सीजन सात में नहीं खेल पाए थे और दो साल बाद फिर से प्रो कबड्डी (Pro Kabaddi) के मैट पर उतर चुके हैं। ये सितारे कबड्डी के मैट पर फिर से अपनी छाप छोड़ने और टीम के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार हैं।


संदीप कंडोला (तेलुगू टाइटंस)


संदीप कंडोला (Sandeep Kandola) ने सीजन 2 में तेलुगु टाइटंस (Telugu Titans) के लिए प्रो कबड्डी लीग में डेब्यू किया था। लेफ्ट कॉर्नर डिफेंडर (Left Corner Defender) के रूप में उन्होंने 59 टैकल पॉइंट्स और छह हाई -5 के साथ 'सर्वश्रेष्ठ डेब्यूटेंट' (Best Debutante) का पुरस्कार जीता। यही नहीं संदीप उस सीजन में दूसरे सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर (Best Defender) बने, वो रविंदर पहल (Ravinder Pahal) के 60 टैकल पॉइंट्स से सिर्फ एक अंक पीछे थे। संदीप 2015 के बाद से कबड्डी (Kabaddi) से दूर रहे और 2021 में वो फिर से मैच पर उतर चुके हैं और तेलुगू टाइटंस को पहले ही मैच में वापसी कराकर मैच टाई कराया। आने वाले मैचों में संदीप से पहले सीजन की तरह उसी प्रदर्शन की उम्मीद है।


सुरेंद्र नाडा (हरियाणा स्टीलर्स)


एंकल होल्ड स्पेशलिस्ट सुरेंद्र नाडा (Surender Nada) को पीकेएल के इतिहास में सबसे बेहतरीन लेफ्ट कॉर्नर में से एक माना जाता है। अपने करियर में 200 से अधिक टैकल पॉइंट्स (Tackle Points) हासिल करने वाले नाडा ने एक ही सीज़न में लगातार 5 हाई -5 का रिकॉर्ड बनाया था। हरियाणा स्टीलर्स (Haryana Steelers) को बड़ा झटका लगा जब सुरेंद्र नाडा कंधे की चोट के कारण सीजन 6 से बाहर हो गए। वह डिफेंस में शानदरा फॉर्म में थे और साथ ही पिछले सीजन में कप्तान के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। नाडा ने 80 टैकल पॉइंट्स के साथ सीजन 5 के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर रहते हुए अपने डेब्यू सीजन में हरियाणा स्टीलर्स को प्लेऑफ में पहुंचाया। वो इस सीजन फिर से मैट पर उतर चुके हैं और अपनी लय पकड़ने की कोशिश में हैं।


महेंद्र गणेश राजपूत (गुजरात जायंट्स)


महेंद्र गणेश राजपूत (Mahendra Ganesh Rajput) किसी भी समय मैच का पासा पलटने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। महाराष्ट्र के इस रेडर ने पिछले कुछ सीजन में गुजरात जायंट्स (Gujrat Giants) के साथ खुद को गेम-चेंजर के रूप में स्थापित किया है। बंगाल वॉरियर्स (Bengal Warriors) के साथ चार सीजन बिताने के बाद राजपूत गुजरात जायंट्स चले गए। ये वहीं राजपूत है, जिसने यू मुंबा (U Mumba) के खिलाफ 7 प्वाइंट का रेड किया था, जो पीकेएल सीजन 6 (PKL Season 6) का सबसे यादगार लम्हा था। प्रो कबड्डी सीजन 7 (Pro Kabaddi Season 7) से पहले महेंद्र राजपूत की चोट गुजरात जायंट्स को महंगी पड़ी और टीम पहली बार प्लेऑफ में पहुंचने में नाकाम रही। सीजन 8 में वो फिर से जायंट्स के लिए मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं।