विश्वनाथन आनंद को हराने के लिए कंप्यूटर की मदद ली गई थी, कामथ ने किया हैरान करने वाला खुलासा
कोविड-19 से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अक्षयपात्र संस्था ने एक शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया था. इसमें पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को निखिल कामथ ने हरा दिया. हालांकि निखिल कामथ ने स्वीकार किया कि आनंद को कंप्यूटर की मदद से हराया. उहोंने कहा कि आनंद सर को हराना मेरे जैसे लोगों द्वारा यूसेन बोल्ट को 100 मीटर रेस में हराने जैसा है.
Zerodha के co-founder निखिल कामथ ने स्वीकार किया कि उसने विश्व के महान शतरंज खिलाड़ी लीजेंडरी विश्वनाथन आनंद (Viswanathan Anand) को हराने के लिए कंप्यूटर की मदद ली थी. दोनों के बीच COVID-19 चैरिटी के लिए एक मैच का आयोजन किया गया था जिसमें विश्वनाथन की हार हुई थी. कामथ ने इस वाक्ये को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि कुछ लोग सोचते हैं कि मैंने विशी सर जैसे महान हस्ती को चैस में हराया था. यह बिल्कुल ही बेतुका है. यह ऐसा ही है जैसे मैंने 100 मीटर की रेस में यूसेन बोल्ट ( Usain Bolt) को हरा दिया. यह खबर तब चर्चा में आई जब एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि निखिल कामथ को प्रतिबंधित कर दिया गया है.
आनंद के साथ खेलना मेरा सपना
कामथ ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने विश्वनाथ सर के साथ खेले गए गेम के विश्लेषण के लिए कुछ दिग्गजों से मदद ली और कंप्यूटर का सहारा लिया. हालांकि कामथ ने अपने इसे ओछे व्यावहार के लिए लोगों से माफी भी मांग ली है. उन्होंने पोस्ट में लिखा है क कल ऐसा दिन था जिसके लिए मैंने बचपन से ही सपना देखा था कि मैं विशी सर के साथ चैस खेल सकूं. यह सपना पूरा हुआ. इस मौके के लिए मैं अक्षयपात्र संस्था का धन्यवाद करना चाहूगा जिसने फंड रैज के लिए चैरिटी का आयोजन किया और मुझे विशी सर के साथ खेलने का अवसर प्रदान कराया. लेकिन यह हास्यास्पद है कि लोग सोचते हैं कि मैंने विशी सर को हराया. दरअसल इसके लिए मैंने कुछ लोगों और कंप्यूटर की मदद ली थी. मुझे खेल को सीखने के लिए आनंद सर की भी कृपा मिली.
लोगों में था कंफ्यूजन
यह केवल चैरिटी और मस्ती के लिए था. लेकिन यह एक ओछापन था जिसमें मुझे यह पता नहीं चल सका कि इसके कारण लोगों में कंफ्यूजन होगा. इसलिए मैं उन सभी से माफी मांगता हूं जो यह सोचते हैं कि मैंने आनंद सर को हरा दिया. विश्वनाथन आनंद ने भी इस खेल को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट किया, कल जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ पैसे जुटाने के लिए हुआ. यह एक मस्ती भरा अनुभव था जिसमें खेल की नैतिकता को बरकरार रखा गया. मैं सिर्फ खेल पर अपना ध्यान दिया और दूसरों से भी ऐसा ही उम्मीद की. इससे पहले All India Chess Federation (AICF) के सचिव भरत चौहान ने बयान दिया था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चैरिटी गेम में खेल की गलत मान्यताओं की परंपरा डाली गई. पांच बार के विश्व चैंपियन के खिलाफ निखिल कामथ ने धोखा किया.
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