पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने अपने क्रिकेट बोर्ड से अपील की है और कहा है कि साल 2013 से उनपर लगे बैन को हटा दिया जाए. स्पॉट फिक्सिंग के चलते कनेरिया पर बैन लगाया गया था. टेस्ट में वो आज भी पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है. ऐसे में कनेरिया का मानना है कि वो डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना चाहते हैं और ऐसा तभी हो पाएगा जब बोर्ड उनपर से बैन हटा देगा.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख एहसान मणि को लिखे पत्र में, 39 वर्षीय कनेरिया ने उनसे प्रतिबंध को रद्द करने का अनुरोध किया, जो कनेरिया को खेल के माध्यम से अपना जीवन यापन करने का मौका देगा.
2012 में इंग्लिश एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध के खिलाफ अपील खो जाने के बाद पीसीबी ने कनेरिया को ये सजा दी थी.
कई मौकों पर, कनेरिया ने तर्क दिया है कि अगर मोहम्मद आमिर और सलमान बट जैसे पिछले अपराधियों को उनके प्रतिबंधों के बाद भी खेलने की अनुमति दी जा सकती है, तो उन्हें "केवल सम्मानित किए गए कौशल" से अपनी आजीविका कमाने का मौका देने से इनकार करना अनुचित है.
2009 में डरहम के खिलाफ इंग्लिश काउंटी एसेक्स की ओर से खेलते हुए मर्विन वेस्टफील्ड के साथ स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए कनेरिया लंबे समय से पीसीबी की मदद की गुहार लगा रहे हैं. कनेरिया, अपने मामा अनिल दलपत के बाद पाकिस्तान के लिए खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू हैं, जिन्होंने 61 टेस्ट में 34.79 की औसत से 261 विकेट लिए. वहीं साल 2000 से लेकर 2010 तक उन्होंने 18 वनडे मैच खेले हैं.