अनिल कुंबले और भज्जी जब अपने चरम पर थे तो उनकी गेंदों पर कीपिंग करना मुश्किल था: पार्थिव पेटल
पार्थिव ने कहा कि, जहीर और जवागल श्रीनाथ खेल रहे थे तो भी एक बड़ी चुनौती थी. पिच में ज्यादा उछाल नहीं था और गेंद अच्छी गति से आती थी. भारत में आपको विदेशों के मुकाबले विकेट के अधिक करीब खड़ा होना पड़ता है.
भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने कहा कि पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान और जवागल श्रीनाथ की गेंदों पर विकेटकीपिंग करना उन्हें काफी मुश्किल होता था, खासकर तब जब गेंद स्विंग हो रही होती थी. पार्थिव ने रेडिफ डॉट कॉम वेबसाइट से कहा, "जहीर और जवागल श्रीनाथ खेल रहे थे तो भी एक बड़ी चुनौती थी. पिच में ज्यादा उछाल नहीं था और गेंद अच्छी गति से आती थी. भारत में आपको विदेशों के मुकाबले विकेट के अधिक करीब खड़ा होना पड़ता है. तो मैंने यह सीखा कि जब गेंद रिवर्स स्विंग हो रही हो तो आपको कहां खड़े होना है."
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्रा और जवागल श्रीनाथ के बीच समानताओं का जिक्र करते हुए कहा, " लोग ग्लेन मैग्रा के बारे में बात करते हैं लेकिन जब मैंने पहली बार श्रीनाथ के खिलाफ विकेटकीपिंग की तो महसूस किया कि वह अच्छी रफ्तार और उछाल के साथ बिलकुल सही लाइन पर गेंदबाजी कर रहे थे."
अनुभवी विकेटकीपर ने साथ ही कहा कि दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले और आफ स्पिनर हरभजन सिंह के सामने भी विकेटकीपिंग करना उनके लिए चुनौती थी.
पार्थिव ने कहा, " निश्चित रूप से, यह एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि आम स्पिनरों की तुलना में उनकी गति ज्यादा थी. लेकिन गति से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण उनकी उछाल थी, खासकर तब जब वे चेन्नई और मुंबई में खेलते थे."