15 अप्रैल तक सभी SAI फैसिलिटी बंद, हेल्थ गाइडलाइन के साथ ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की ट्रेनिंग होगी- किरेन रिजीजू
किरेन रिजीजू ने कहा कि जो खिलाड़ी कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आ रहे हैं उन्हें खुद को सेल्फ आइसोलेट करना होगा. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नहीं है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए भारत और दुनियाभर में स्पोर्ट्स इवेंट्स को रोक दिया गया है. भारत में सभी खेल संगठनों और उनकी संबद्ध इकाइयों को ये निर्देश दिया गया है कि 15 अप्रैल 2020 तक किसी भी तरह के स्पोर्ट्स इवेंट्स जिसमें प्रतियोगिता और चयन भी शामिल है, को रोक दें. हालांकि, टोक्यो 2020 ओलंपिक की तैयारी करने वाले एथलीटों को कुछ पाबंदियों के साथ इस रोक से छूट दी जा सकती है.
इसके तहत जिस कैंपस में ट्रेनिंग चल रही होगी वहां खिलाड़ियों को बाहर से किसी भी तरह के एक्पोजर की इजाजत नहीं होगी. जो भी कोच, टेक्लिकन स्टाफ, स्पोर्ट्स स्टाफ या खिलाड़ी जो ट्रेनिंग कैंप में नहीं रह रहे हैं उन्हें ट्रेनी खिलाड़ियों से बिना क्वारंटीन प्रोटोकॉल के पूरा किया बिना मिलने या बातचीत करने की इजाजत नहीं होगी.
खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कोई भी खिलाड़ी जो भारत से बाहर से आ रहे हैं और कोरोना वायरस वाले हाई रिक्स जोन वाले देश की यात्रा की है उन्हें क्वारंटीन में रहना होगा. एक खिलाड़ी जो इस तरह के जोन से आ रहे हैं उन्हें खुद को सेल्फ-आइसोलेट करना होगा. मौजूदा स्थिति ने ओलंपिक की तैयारियों को कैसे प्रभावित किया है, इसपर खेलमंत्री ने कहा, “किसी को भी इस समय ओलंपिक के बारे में सवाल नहीं उठाना चाहिए,किसी को नहीं पता है कि तीन महीने के समय में स्थिति क्या होगी. हालांकि, हमें अंतरराष्ट्रीय निकायों और संबंधित सरकारों के निर्देशों के अनुसार रिस्पॉन्ड करना है.’’इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस समय खिलाड़ियों के स्वास्थ्य से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है.