पाकिस्तान के पूर्व लेजेंड्री गेंदबाज वसीम अकरम जो साल 1999 में भारत दौरे के दौरान पाकिस्तान टीम के कप्तान थे उन्होंने उस टेस्ट मैच को याद करते हुए कहा कि कैसे उन्होंने और उनके साथी खिलाड़ी सकलैन मुश्ताक ने सचिन को आउट करने के लिए प्लानिंग की थी. ये प्लानिंग अंत में कामयाब हुई.


सचिन की 136 रनों की पारी आज भी सभी के जहन में है लेकिन इस पारी की मदद से वो टीम इंडिया को जीत नहीं दिला पाए थे. भारत जब जीत से 17 रन दूर था तभी तेंदुलकर का विकेट गिर गया और उन्होंने सकलैन के दूसरा पर कैच थमा दिया. चेन्नई में खेला गया ये मैच ऐतिहासिक मैच था. बता दें कि सचिन को दोनों इनिंग्स में सकलैन ने ही आउट किया था. पहली पारी में सचिन को उन्होंने 0 पर विदा कर दिया था.


अकरम ने आकाश चोपड़ा को वीडियो चैट के दौरान बताया कि, “मुझे याद है कि टेस्ट मैच जैसे कल ही हुआ हो. भारत और पाकिस्तान को करीबी मैच खेलने के लिए जाना जाता था. मुझे 1987 में बैंगलोर में एक टेस्ट मैच याद है जब सुनील गावस्कर ने कुछ 90 रन बनाए और फिर यह चेन्नई टेस्ट. यह ऐसा बेहतरीन टेस्ट मैच था, जो अपने आखिरी दिन था. मुझे लगता है कि भारत को कुछ 20 रनों की जरूरत थी, और मोंगिया और सचिन के बीच साझेदारी फल-फूल रही थी. सचिन सकलैन को अच्छी तरह से पढ़ रहे थे, और जब वो दूसरा डाल रहे थे तो सचिन उसको भी पढ़ ले रहे थे.''


अकरम ने आगे कहा कि, जीत के लिए 271 रन की जरूरत थी, भारत 82/5 पर सिमट गया, जब तेंदुलकर और नयन मोंगिया ने छठे विकेट के लिए 136 रन की साझेदारी की. मोंगिया को फटाफट शॉट खेलने के लिए मजबूर करने वाले अकरम ने उस दौरान साझेदारी को तोड़ दिया. उनका मानना ​​था कि पाकिस्तान के पास मौका था और तभी उन्होंने अपने खिलाड़ियों को संदेश दिया.


वसीम ने ये भी कहा कि अगर मोंगिया उस दौरान सचिन के साथ होते तो रिजल्ट कुछ और ही होता. मैंने खिलाड़ियों से कह दिया था कि यही मौका है जब हम सचिन को भी आउट कर सकते हैं. इसके बाद मैं सकलैन के पास गया और मैंने कहा कि रिस्क लिया जाए जिससे सचिन हमारे जाल में फंस सकें.


“जब सचिन बाहर निकले, तो सभी बाउंड्री पर थे. केवल मैं अतिरिक्त कवर पर था. मैंने सकलैन को दूसरा फेंकने के लिए कहा, यह जानते हुए कि यह छक्के के लिए भी जा सकता है. यह जानकर कि सचिन मिड विकेट पर मारेंगे, सकलैन ने इसे मिडिल और लेग पर पूरा फेंका. इसके बाद सचिन आगे आए और वो टॉप एड्ज लग गया और इस तरह हमने सचिन का विकेट लिया. पाकिस्तान ये मैच 12 रनों से जीत गया था.