FIDE Women's World Rapid Championship 2014: अभी कुछ दिन पहले ही डी गुकेश ने चेस की दुनिया में अपना वर्चस्व साबित किया था और दुनिया में भारत का परचम लहराया था. अब भारत की चेस स्टार कोनेरू हम्पी ने एक बार फिर अपनी काबिलियत साबित की है. कोनेरू हम्पी ने रैपिड चेस वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2024 खिताब अपने नाम कर लिया है. उन्होंने रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में इंडोनेशिया की इरीन सुकंदर को हराकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की. ​​हम्पी के लिए यह दूसरा मौका है जब उन्होंने रैपिड चेस वर्ल्ड चैम्पियनशिप खिताब जीता है. इससे पहले उन्होंने 2019 में जॉर्जिया में यह खिताब जीता था.






कोनेरू हंपी अब चीन की जू वेनजुन के साथ इस फॉर्मेट में दो बार खिताब जीतने वाली एकमात्र खिलाड़ी बन गई हैं. उनकी जीत चेस के फील्ड में भारत के लिए एक और गौरवपूर्ण क्षण है. हाल ही में डी. गुकेश ने क्लासिकल फॉर्मेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर देश का नाम रोशन किया था.


37 वर्षीय कोनेरू हंपी ने 11 राउंड में कुल 8.5 अंक हासिल कर खिताब जीता. रैपिड चेस में उनका करियर शानदार रहा है. उन्होंने 2012 में मॉस्को में कांस्य पदक और 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में रजत पदक जीता. उनकी निरंतरता और बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया के बेस्ट चेस खिलाड़ियों में से एक बना दिया है.






कोनेरू हम्पी की इस सफलता ने न केवल उनके करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि भारत में चेस को भी नई ऊर्जा और प्रेरणा दी है. उनकी जीत भारत के उभरते चेस खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल है.


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