भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों का सालाना केंद्रीय अनुबंध जारी कर दिया है. बीसीसीआई इसी अनुबंध के हिसाब से अपने खिलाड़ियों को सैलरी देती है. कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल चहल दोनों को ही इस नए अनुबंध में बड़ा झटका लगा है. बीसीसीआई ने दोनों ही को इस साल सी-कैटेगरी में डिमोट कर दिया है. दोनों ही खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शन में आयी गिरावट को इसकी बड़ी वजह माना जा रहा है. हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ हुयी सीरीज में भी इन दोनों का प्रदर्शन बेहद खराब था. 


कुलदीप और चहल ने शानदार तरीके से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी शुरुआत की थी. भारतीय टीम ने 2017 की चैम्पियंस ट्रॉफी में रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे अनुभवी स्पिनरों के स्थान पर इन दोनों पर दांव लगाया था. हालांकि पिछले कुछ समय से इनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा है और दोनों अब टीम से भी अंदर बाहर होते रहते हैं. चहल की बात करें तो उन्हें हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पांच मैचों की टी20 सीरीज के तीन मैचों में मौका मिला. इन तीनों मैचों में चहल कुछ खास नहीं कर पाए थे. उन्होंने इस सीरीज के अपने पहले मैच में 44 रन देकर महज एक विकेट लिया था. दूसरे मैच में 34 रन देकर एक विकेट और तीसरे मैच में 41 रन देकर एक विकेट लिया था.


वहीं कुलदीप को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में टीम में नहीं चुना गया था. वह वनडे टीम का हिस्सा थे और दो वनडे मैच भी खेले थे लेकिन दोनों में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था. 23 मार्च को खेले गए वनडे मैच में उन्होंने 68 रन दिए थे लेकिन विकेट नहीं निकाल सके थे. 26 मार्च को खेले गए वनडे में उन्होंने 84 रन लुटाए थे. कुलदीप ने अपना आखिरी टी20 सात जनवरी 2020 को श्रीलंका के खिलाफ इंदौर में खेला था.


डिमोट होकर ए-कैटेगरी से सी-कैटेगरी में पहुंचे कुलदीप 


पिछले साल कुलदीप यादव को ए-कैटेगरी में जगह मिली थी लेकिन इस बार वह सी ग्रेड में आ गए हैं. वहीं चहल को बीसीसीआई ने बी-ग्रेड से हटाकर सी-ग्रेड में रखा है. बीसीसीआई के इस नए अनुबंध के मुताबिक इन दोनों खिलाड़ियों को सी ग्रेड में रहने के चलते सालाना एक करोड़ रुपये मिलेंगे. एक जनवरी 2019 के बाद से अब तक का रिकॉर्ड देखें तो चहल ने इस दौरान कुल 41 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 54 विकेट हासिल किए हैं. इसमें 20 वनडे में 36 और 21 टी20 में 18 विकेट शामिल हैं. इसी अवधि में कुलदीप यादव ने 34 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल 51 विकेट अपने नाम किए हैं. इस रिस्ट स्पिनर ने इस दौरान 28 वनडे में 38 विकेट और 4 टी20 में 6 विकेट लिए हैं.


धोनी के रहते बेहतर था दोनों का रिकॉर्ड  


वनडे में धोनी के रहते कुलदीप और चहल दोनों ही का रिकॉर्ड ज्यादा बहतर था. धोनी के टीम में रहते कुलदीप यादव ने जहां 47 मैचों में 22.53 की औसत से 91 विकेट झटके थे वहीं युजवेंद्र चहल ने इस दौरान 46 मैचों में 25.32 की औसत से 81 विकेट अपने नाम किए थे. 


धोनी के बिना खेले गए मुकाबलों की अगर बात करें तो इस दौरान कुलदीप के नाम 16 मैचों में 14 विकेट हैं और  उनका औसत बढ़कर 61.71 का हो गया. वहीं, चहल ने धोनी के बिना 8 मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए है और उनका औसत 41.82 का हो गया.