धोनी को बहुत मिस कर रहे हैं कुलदीप यादव, कहा- उनके जाने से मेरा आत्मविश्वास भी चला गया
कुलदीप यादव का मानना है कि विकेट के पीछे एमएस धोनी के होने से गेंदबाज़ों को काफी सहायता मिलती है. उन्होंने कहा कि जब से धोनी गए हैं, उनका आत्मविश्वास भी चला गया.
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की गिनती दुनिया के महानतम कप्तानों में होती है. कई बार धोनी ने सिर्फ अपनी कप्तानी से ही निर्णायक मौकों पर टीम को जीत दिलाई है. हालांकि, धोनी पिछले करीब एक साल से टीम से बाहर चल रहे हैं और वर्तमान में उनकी जगह केएल राहुल और ऋषभ पंत ने ली है. लेकिन टीम के मुख्य स्पिनर कुलदीप यादव को आज भी माही की काफी कमी खलती है. कुलदीप का कहना है कि धोनी के जाने से उनका आत्मविश्वास भी चला गया है.
कुलदीप ने क्रिकइन्फो के कार्यक्रम क्रिकेटबाजी में कहा, 'मैंने जब करियर की शुरुआत की थी तो मैं पिच को भाप नहीं पाता था. धोनी के साथ खेलने के बाद मैंने यह सीखा. वह विकेट के पीछे से बताते थे कि गेंद को कहां से स्पिन कराना है.'
उन्होंने आगे कहा, 'माही भाई फील्ड जमाने में भी माहिर थे. उन्हें पहले ही पता होता था कि बल्लेबाज़ कौनसा शॉट खेलेगा, वह उसी हिसाब से फील्ड लगाते थे. धोनी के साथ मुझे विश्वास के साथ गेंदबाजी करने में मदद मिली. जब से वह टीम से गए हैं, तब से मेरा आत्मविश्वास भी चला गया.'
कुलदीप और स्मिथ को रोक पाना मुश्किल- कुलदीप
कुलदीप ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स, विश्व के ऐसे दो बल्लेबाज़ हैं, जिनको रोक पाना काफी मुश्किल है. उन्होंने कहा, 'स्मिथ ज्यादातर बैकफुट पर खेलते हैं. वह गेंद को आखिरी समय तक देखते रहते हैं, इसलिए उनके सामने गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है. लिमिटेड ओवर की क्रिकेट में डिविलियर्स बेहतरीन खिलाड़ी हैं. उनका एक अलग ही अंदाज़ है. इन दोनों के अलावा मुझे और किसी भी बल्लेबाज़ से डन नहीं लगता है.'
अपने खराब प्रदर्शन पर कुलदीप ने कहा कि उनकी गेंदबाजी में वैरिएशंस की कुछ कमी थी. लेकिन अब उन्होंने अपनी इस कमी को दूर कर लिया है. उन्होंने कहा, 'मैं आईपीएल 2019 के अपने खराब प्रदर्शन से उबरना चाहता था. इसलिए मैंने विश्व कप के लिए ज्यादा तैयारी की थी. इस दौरान मैं कई बार टीम से अंदर-बाहर भी हुआ, जिससे मेरे आत्मविश्वास में भी कमी आई.'
चहल ने एक बड़े भाई की तरह मेरा ध्यान रखा- कुलदीप
युजवेंद्र चहल के साथ अपनी बॉन्डिंग पर कुलदीप ने कहा कि उसने हमेशा एक बड़े भाई की तरह मेरा ध्यान रखा है. वह मुझे अक्सर सलाह देता रहता है. हमारे बीच कभी प्रतिस्पर्धा नहीं रही. विकेट के पीछे एमएस धोनी के होने से हम दोनों को काफी मदद मिलती थी.
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