क्रिकेट के मैदान पर अपने समय में अपनी ऑफ स्पिन से बल्लेबाजों को नचाने वाले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने कप्तानी की स्किल्स को लेकर महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की है. मुरली ने कहा कि धोनी की कप्तानी के बारे में सबसे अच्छी बात यह थी कि उन्होंने गेंदबाज पर भरोसा किया और उन्हें फील्ड सेट करने की आजादी दी.


मुरली ने भारत के ऑफ स्पिनर आर अश्विन के साथ यूट्यूब चैट शो पर कहा, 2007 के विश्व कप में जब उन्होंने कप्तानी की और जीत हासिल की, निश्चित रूप से वह एक युवा कप्तान थे. लेकिन उनकी थ्योरी बहुत अच्छी हैं. क्योंकि वह गेंदबाज को गेंद देते समय कहते हैं कि अपनी फील्ड सेट कर लो. अगर यह काम नहीं कर रहा होता, तो वह उनसे अपने द्वारा तय किए गए फील्ड को एक मौका देने के लिए कहते हैं.

आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में धोनी के नेतृत्व में खेल चुके मुरली ने कहा, अगर अच्छी गेंद पर छक्का लगता है तो धोनी गेंदबाज के लिए ताली बजाते हैं. उन्होंने कहा, 'अगर अच्छी गेंद पर छक्का लग जाए तो वह (धोनी) ताली बजाएंगे. वह गेंदबाज को बताएंगे कि यह एक अच्छी गेंद है, और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बल्लेबाज ने आपको छक्का मारा है. बल्लेबाजों के पास भी हिट करने की प्रतिभा होती है.

800 टेस्ट विकेट लेने वाले दुनिया के एकमात्र गेंदबाज हैं मुरलीधरन

2008 से 2010 के बीच आईपीएल के तीन सीजन में धोनी की अगुवाई में खेलते हुए 40 विकेट लेने वाले मुरली ने कहा, धोनी गेंदबाज को यह बताने के लिए अकेले ले जाते हैं कि उसे आगे क्या करना है. सार्वजनिक रूप से वह ऐसा नहीं करते हैं. बता दें कि सर्वकालिक महान गेंदबाजों में से एक माने जाने वाले मुरलीधरन 800 टेस्ट विकेट लेने वाले अब तक दुनिया के एकमात्र गेंदबाज हैं.

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