डरबन टेस्ट के चौथे दिन दजब 419 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही दक्षिण अफ्रीकी टीम 39 रनों के स्कोर पर 2 विकेट गंवाकर खेल रही थी. तब ही मार्कराम ने आफ स्पिनर नाथन लियोन की गेंद स्क्वायर लेग पर खेली लेकिन वह डीविलियर्स के कहने पर भी रन के लिये नहीं दौड़े। डिविलियर्स को वापस लौटना पड़ा लेकिन जब तक वह क्रीज पर पहुंचते डेविड वार्नर का थ्रो लियोन के पास पहुंच गया था और डीविलियर्स आउट हो गए.
लेकिन असली मामला यहीं से शुरू हुआ, जब नेथन लायन ने विकेट की खुशी में झूमते हुए गेंद को ज़मीन पर गिरे पड़े डीविलियर्स की तरफ फेंक दिया.
इस घटना से फैंस काफी निराश हुए. लेकिन इतना ही नहीं इसके बाद डेविड वॉर्नर ने भी बेहद आक्रामक अंदाज़ में डीविलियर्स के विकेट का जश्न मनाया और कुछ शब्द भी कहे.
इसके बाद उन्होंने मैदान पर ऐडन मार्कराम के साथ भी बहस की और ये बहस क्विंटन डी कॉक तक पहुंच गई.
जिसके बाद इस घटना की चिंगारी सोशल मीडिया पर भी फैल गई और लोगों ने डेविड वॉर्नर के बर्ताव के खिलाफ जमकर ट्वीट किए.
इसके बाद भी चौथे दिन ड्रेसिंग रूम में जाते हुए वॉर्नर और डीकॉक के बीच तल्खी देखी गई. जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया है. इस पूरे मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जांच का आदेश दे दिया है.
हालांकि इस पूरे मामले को बढ़ता देख मैच रेफरी जेफ क्रो जांच कर सकते. आईसीसी के नियम के मुताबिक कोई भी खिलाड़ी किसी बल्लेबाज़ के आउट होने पर भाषा, ऐक्शन या इशारों के जरिए उसे भड़का नहीं सकता.'
हालांकि इस पूरी घटना के बढ़ने के बाद दिन का खेल खत्म होने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए शतकधारी ऐडन मार्कराम ने इसे साधारण बताते हुए कहा, 'जब आप ऑस्ट्रेलियंस के खिलाफ खेलते हो तो ये साधारण है, मुझे इसका बुरा नहीं लगा.' हालांकि इसके साथ ही मार्करान ने ये भी कहा कि वॉर्नर ने कोई सीमा नहीं लांघी.
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया विकेटकीपर टिम पेन ने कहा मैदान पर बहुत ज्यादा आक्रामकता नहीं थी, हालांकि पेन ने कहा कि उन्होंने एडेन से कहा था कि 'उन्होंने विश्व के बेस्ट प्लेयर को रन-आउट करवा दिया, अब उनकी टीम कैसे जीतेगी.'
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत से महज़ 1 विकेट दूर है. जबकि दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 124 रनों की दरकार है.