नई दिल्ली/अमेरिका: साइकिल रेस की अल्ट्रा मैराथन में दुनिया की सबसे मुश्किल मानी जाने वाली रेस ‘रेस अक्रोस अमेरिका’ के सोलो कैटिगरी में पहली बार भारत के दो लोगों ने जीत का परचम लहराया है. नासिक के आर्मी डॉक्टर श्रीनिवास गोकुलनाथ और नागपूर के युवा डॉक्टर अमित समर्थ ने इस मुश्किल रेस को जीत कर भारत का नाम रोशन किया है.


आपको बता दें कि ये रेस 12 दिन में पूरी करनी होती है. 36 साल के गोकुलनाथ ने 4941 किलोमीटर की इस रेस को 11 दिन और 18 घंटो में पूरा कर किया, तो अमित समर्थ ने 11 दिन 21 घंटो में. 5000 किलोमीटर की इस रेस को जीतना बहुत मुश्किल माना जाता है.



इसमें हिस्सा लेने वालों को 12 अमेरिकी राज्यों से गुज़रना पड़ता है. इस दौरान इन लोगों को एवरेस्ट पर साढ़े चार बार चढ़ने जितनी उंचाई यानि करीब 1,70,000 फिट की चढ़ाई तय करनी पड़ती है. अमेरीका की चार सबसे लम्बी नदियां कोलोराडो, मिसिसिप्पी, मिसूरी और ओहायो को भी पार करना पड़ता है.


यही नहीं रेस पूरा करने के लिए दो रेगिस्तान भी पार करने पड़ते हैं. ऐसे में कई बार भारतीयों ने हिस्सा तो लिया लेकिन सोलो समय में पूरा नहीं कर पाए. इस रेस को जीतने वाले डॉक्टर अमित ने पहले दिन सोए बिना ही साइकलिंग की. बाद में उन्होंने रोज सिर्फ दो घंटे सोकर इस रेस को पूरा किया.



रेस जीतकर डॉक्टर अमित ने कहा, “इस रेस को पूरा करने में पूरे एक साल का वक्त लगा.” रेस के दौरान अमित के साथ उनका क्रू भी रहा. उनके साथ 5 लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपने देश को ये रिकॉर्ड हासिल हो इसके लिए अपने पास के 80 लाख रुपये लगा दिए.


क्रू सदस्य और अमित की रेस को स्पॉन्सर करने वाले जीतेंद्र नायक ने कहा, “स्पोर्ट्स की ये दुनिया बहुत ही अलग-थलग है. क्रिकेट प्रेमियों के देश में इस तरह के रिकॉर्ड्स की जानकारी भी लोगो को नहीं होती.” लेकिन अपनी जान जोखिम में डालकर देश का नाम रोशन करने वाले इन लोगों ने वो कर दिखाया है, जिसके बारे में अब तक किसी ने सोचा भी नहीं था.