Sports Ministry On Manu Bhaker: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय शूटर मनु भाकर का जलवा देखने को मिला था. मनु भाकर ने दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. इस युवा शूटर ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मेडल जीता. इस तरह मनु भाकर एक ही ओलंपिक में 2 मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला प्लेयर बनीं. बहरहाल पिछले दिनों खबर आई थी कि इस साल ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के लिए मनु भाकर के नाम पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन इन बातों में कितनी सच्चाई है?
मनु भाकर को मिलेगा खेल रत्न अवॉर्ड?
खेल मंत्रालय के सू्त्रों का कहना है कि अभी आखिरी लिस्ट तय नहीं हुई है. खेलमंत्री मनसुख मांडविया एक या दो दिन में इस पर फैसला लेंगे और फाइनल लिस्ट में मनु का नाम होने की पूरी संभावना है. वहीं, उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत जज वी रामासुब्रमम की अध्यक्षता वाली 12 सदस्यीय अवॉर्ड कमेटी में भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल समेत पूर्व खिलाड़ी भी हैं. दरअसल मंत्रालय के नियमों के तहत खिलाड़ियों को अपना नामांकन खुद भरने की भी अनुमति है. हालांकि, कमेटी उन नामों पर भी विचार कर सकती है जिन्होंने आवेदन नहीं किया है. मंत्रालय ने दावा किया कि मनु ने आवेदन नहीं किया है.
मनु भाकर के पिता ने क्या कहा?
हालांकि, मनु भाकर के पिता रामकिशन भाकर ने कहा कि उसने आवेदन किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में ओलंपिक खेलों की कोई अहमियत नहीं है क्योंकि दो ओलंपिक पदक जीतने के बावजूद मनु की खेलरत्न पुरस्कार के लिए उपेक्षा की गई. साथ ही उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलने और पदक जीतने का क्या फायदा जब सम्मान के लिए हाथ फैलाने पड़े. वह पिछले दो तीन साल से लगातार सारे पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही है और मैं इसका गवाह हूं.
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