भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने उस समय को याद किया है जब महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर बनी रही फिल्म के लिए अभिनेता सुशांत सिंह ने कड़ी मेहनत की थी और बिल्कुल आम खिलाड़ी की तरह की क्रिकेट की बारीकियां सीखी थीं. सुशांत ने रविवार को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली. धोनी की फिल्म के लिए सुशांत को मोरे ने ही प्रशिक्षित किया था. मोरे ने कहा कि सुशांत ने फिल्म के लिए कड़ी मेहनत की थी और कभी भी किसी तरह की शिकायत नहीं की थी.


57 साल के मोरे ने कहा, "यह हैरान करने वाली खबर है. वे बहुत जल्दी चले गए. इस खबर ने मुझे हिला दिया. मैं इससे बाहर नहीं आ सकता. वह सिर्फ 34 साल के थे. वह काफी मेहनती, जुनूनी और प्रतिभाशाली थे. मैंने उनके साथ नौ महीने काम किया था, इसलिए मैं जानता हूं कि उन्होंने उस कैरेक्टर के लिए कितनी मेहनत की थी."


पूर्व मुख्य चयनकर्ता ने कहा, "एक अभिनेता से क्रिकेटर बनाना काफी मुश्किल होता है. इसके बाद धोनी की नकल करना, उम्मीदें काफी ऊंची रहती हैं. कई बायोपिक आईं लेकिन कोई भी धोनी की फिल्म की तरह सफल नहीं रही."


उन्होंने कहा, "हम सामान्य अभ्यास सत्र आयोजित करते थे. नेट्स में उन्हें आम क्रिकेटर की तरह की समझा जाता था. तेज गेंदबाज उन्हें गेंदबाजी करते थे. हमने टेनिस गेंद से शुरुआत की थी लेकिन बाद में जब उनमें आत्मविश्वास आ गया तो फिर कोई समझौता नहीं."


मोरे ने बताया, "मुझे उनके चेहरे का ख्याल रखना पड़ता था क्योंकि वो अभिनेता थे. उनका कोई क्रिकेट बैकग्राउंड भी नहीं था. उन्हें चेहरे और शरीर पर कई बार (गेंद) लगी, लेकिन उन्होंने कभी शिकायत नहीं की और न ही हार मानी. जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको युवा धोनी दिखाई देगा और उसके बाद परिपक्व धोनी.. वो शरीर. वह इससे भी गुजरे. उन्होंने पहले वजन कम किया और फिर वजन बढ़ाया."


सुशांत ने विकेटकीपिंग को लेकर भी काफी मेहनत की जो क्रिकेट न खेलने वाले के लिए काफी मुश्किल काम है.


मोरे ने कहा, "उनके लिए विकेटकीपिंग करना और चुनौतीपूर्ण था. अगर आप सचिन या कुंबले से विकेटकीपिंग करने को कहोगे तो वो नहीं कर पाएंगे. वह काफी मेहनती थे. मैं आज काफी दुखी हूं."


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