माइकल होल्डिंग का बयान, क्यों वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का प्वाइंट्स सिस्टम है बकवास
माइकल होल्डिंग ने टेस्ट चैंपियनशिप के नियमों को लेकर सवाल उठाए हैं तो वहीं इतने लंबे टूर्नामेंट का कोई मतलब नहीं. उन्होंने आगे कहा कि अंत में जाकर लोगों की दिलचस्पी इसमें से खत्म हो जाएगी.
नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के पूर्व लेजेंड गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स टेबल को बेकार बताया है और उन्होंने कहा है कि ऐसा सिस्टम ज्यादा लंबे समय तक चलने वाला नहीं है. टेस्ट क्रिकेट को और मजेदार बनाने के लिए आईसीसी ने साल 2019 में इस चैंपियनशिप की शुरूआत की थी. इस सीरीज का फाइनल अगले साल जून में लॉर्ड्स के मैदान पर होने वाला है तो वहीं जो दो टीमें टेबल में टॉप रहेगी वहीं फाइनल खेलेगी.
इस दौरान वेस्टइंडीज के लेजेंड गेंदबाज होल्डिंग ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट को और रोचक बनाने के लिए ये सिस्टम ठीक नहीं है. बता दें टेस्ट चैंपियनशिप के अनुसार, हर सीरीज के 120 अंक होते हैं और सीरीज में होने वाले मैचों के हिसाब से अंकों को बांटा जाता है. मसलन सीरीज में अगर पांच मैच हैं तो हर मैच के 24 अंक. दो मैच की सीरीज है तो हर मैच के 60 अंक.
विज्डन ने होल्डिंग के हवाले से लिखा, "यह काम नहीं करेगा. पहली बात तो अंक प्रणाली बकवास है. आप पांच टेस्ट मैच टेस्ट खेलकर उतने ही अंक कैसे पा सकते हैं जितना कि दो मैच खेलकर."
उन्होंने कहा, "दूसरी बात, एक समय ऐसी स्थिति आएगी जिसमें कोई टीम पहले से जानती होगी कि वो फाइनल में नहीं पहुंच सकती, इसलिए उसके टेस्ट मैच मजेदार नहीं रह जाएंगे."
टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स टेबल की अगर बात करें तो भारत ने अब तक 4 सीरीज खेले हैं जहां कुल मैच 9 शामिल हैं. इस दौरान टीम ने 7 मैचों पर जीत हासिल की है तो वहीं 2 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में टीम इंडिया के सबसे ज्यादा 360 प्वाइंट्स है और वो टॉप पर हैं. दूसरे नंबर पर 296 प्वाइंट्स के साथ ऑस्ट्रेलिया तो वहीं तीसरे नंबर पर 180 प्वाइंट्स के साथ न्यूजीलैंड है.