अनुभवी भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज ने महिला क्रिकेट पर चल रहे COVID-19 महामारी के कारण लगाए गए ब्रेक के परिणामों पर विचार किया है. जबकि खेल इंग्लैंड में 8 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से शुरू हो चुका है. यह सामान्य होने में थोड़ा और समय ले सकता है लेकिन जहां तक ​​महिला क्रिकेट की बात है, तो मिताली राज को इस बात की चिंता सता रही है कि इस बिमारी की वजह से महिला क्रिकेट 2 साल और पीछे जा सकती है.


पिछले कुछ वर्षों में, महिला क्रिकेट ने महत्वपूर्ण प्रगति की और लोकप्रियता के मामले में पुरुषों के क्रिकेट की बराबरी की. दर्शकों की संख्या के संबंध में, 2020 आईसीसी वर्ल्ड टी20 की महिला प्रतियोगिता एक प्रमुख मील का पत्थर था, क्योंकि 1.1 बिलियन लोगों ने दुनिया भर में फाइनल देखा, जबकि 86000 मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में पहुंचे थे. फाइनल में भारत को बड़े पैमाने पर हराकर ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था.


मिताली राज, जो महिलाओं के 50 ओवर के क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं. उन्हें लगता है कि कोरोनवायरस के प्रकोप ने गति पकड़ ली है. राज के अनुसार, जबरन अंतराल ने 2017 के 50 ओवर के विश्व कप और 2020 के टी20 विश्व कप में भारत की सफलता के बीच निर्मित प्रगति में बाधा उत्पन्न की है.


बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई के साथ प्रशंसकों की सुविधा के लिए एक दृढ़ कैलेंडर तैयार करने के लिए बातचीत की है. 37 साल की ये खिलाड़ी आशावादी महसूस करती है कि हम इसे जल्दी वापस पा सकते हैं और अगले 2-3 वर्षों में महिलाओं का आईपीएल टूर्नामेंट हो सकता है.