भारत और श्रीलंका के बीच साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला गया था जिसे टीम इंडिया ने अंत में जीतकर दूसरी बार वर्ल्ड कप फाइनल पर कब्जा किया. मुंबई के वानखेड़े में धोनी ने अंत में छक्का लगाकर टीम को वर्ल्ड कप विजेता बना दिया. लेकिन इस मैच के शुरू में कुछ ऐसा भी हुआ था जिसे लेकर आजतक किसी ने बात नहीं की. दोनों कप्तानों के बीच में टॉस के दौरान गड़बड़ी हो गई और फिर धोनी ने संगकारा से कहा कि वो दोबारा टॉस करें.


टीम इंडिया के स्पिनर आर अश्विन के साथ इंस्टा लाइव पर बात करते हुए संगकारा ने कहा कि, आखिर वानखेड़े के मैदान पर उस दिन टॉस के दौरान क्या हुआ था.


संगकारा ने कहा कि, मैदान पर दर्शक काफी ज्यादा थे. श्रीलंका में ऐसा कभी नहीं होता. एक बार जब मैं ईडन गार्डन्स पर था तो मैं पहले स्लिप में खड़े खिलाड़ी के साथ बात नहीं कर पा रहा था. और फिर दूसरी बार वानखेड़े में ऐसा हुआ. मुझे याद है कि माही कह रहा था कि मैंने टॉस के दौरान टेल कहा था लेकिन मैंने माही से कहा कि, नहीं मैंने हेड कहा था.


दरअसल मैच रेफरी ने कहा था कि संगकारा टॉस जीत चुके हैं लेकिन माही को भरोसा नहीं हुआ. वहां थोड़ी कंफ्यूजन हो गई और फिर माही ने कहा कि, चलो एक बार और टॉस कर लेते हैं.


संगकारा ने कहा कि, वो किस्मत थी कि क्या जो मैं टॉस जीत गया. लेकिन मुझे पता था कि अगर मैं टॉस हार जाता तो टीम इंडिया बल्लेबाजी करती.


ट्रॉफी न जीत पाने को लेकर संगा ने कहा कि, हम जीते या हारे. लेकिन ये हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम जीत या हार को कैसे लेते हैं. एक चेहरे की खुशी के पीछे काफी दर्द छुपा होता है. मैं उस दौरान उन 20 मिलियन श्रीलंकाई लोगों के बारे में सोच रहा था जो इसका इंतजार साल 1996 से कर रहे थे. साल 2011 में उनके पास मौका था. साल 2007 टी20 और फिर 2009 और 12 में भी लेकिन हम उनके लिए कप जीत नहीं पाए.