एक्सप्लोरर
Advertisement
फॉर्महाउस में ट्रैक्टर चलाते देखे गए एमएस धोनी, खेती का भी है शौक, यहां देखें वीडियो
धोनी को ऑर्गनिक फार्मिंग में रूची है और लॉकडाउन के दौरान उन्हें ट्रैक्टर भी चलाते देखा गया. चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने ट्विटर हैंडल से एमएस धोनी के ट्रैक्टर वाला वीडियो पोस्ट किया.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने कोरोना संकट के बीच अपने आप को काफी लो प्रोफाइनल रखा है. लॉकडाउन के दौरान धोनी न तो सोशल मीडिया पर हैं और न ही कहीं और दिखते हैं. ऐसे में लोगों को जो थोड़ी बहुत झलक मिलती है वो सिर्फ उनकी पत्नी साक्षी के इंस्टाग्राम से. धोनी को शुरू से ही कार और बाइक्स का शौक हैं. इस लिस्ट में सुजुकी हायाबुसा, निंजा एच 2 से लेकर एसयूवी, हमर एच2 और दूसरी बेहतरीन कार और बाइक्स धोनी के गराज में खड़ी रहती हैं.
धोनी को ऑर्गनिक फार्मिंग में रूची है और लॉकडाउन के दौरन उन्हें ट्रैक्टर भी चलाते देखा गया. चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने ट्विटर हैंडल से एमएस धोनी के ट्रैक्टर वाला वीडियो पोस्ट किया. जिसमें कैप्शन था, थाला धोनी ने अपने नए बीस्ट में राजा सर के साथ की मुलाकात.
धोनी के मशीन का नाम स्वाराज 963 FE है जिसमें चार व्हील ड्राइव सिस्टम लगा हुआ है. इसमें 3478 सीसी का तीन सिलेंडर इंडन लगा हुआ है जो 60 से 65 हार्सपॉवर तक पॉवर जनरेट कर सकता है. 38 साल के धोनी को इस 3 महीने के लॉकडाउन के दौरान खेती करते देखा गया जहां वो रांची के अपने 7 एकड़ के फॉर्महाउस में ऐसा करते कई बार देखे जा चुके हैं. बता दें कि एमएस धोनी पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच के बाद से टीम में खेलने के लिए वापस नहीं आए हैं. ऐसे में ये कयास लग चुके हैं कि ये मैच उनके करियर का आखिरी मैच था और अब वो सिर्फ आईपीएल पर ही फोकस करेंगे.#Thala Dhoni meets Raja Sir in his newest beast! ???? #HBDIlayaraja #WhistlePodu pic.twitter.com/dNQv0KnTdP
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) June 2, 2020
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, स्पोर्ट्स और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
मध्य प्रदेश
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion