इंग्लैंड के ऑल राउंडर बेन स्टोक्स साल 2019 वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया की रन चेस रणनीति से खुश नजर नहीं आए. स्टोक्स ने भारतीय कप्तान कोहली की 59 मीटर की सीमारेखा की शिकायत को ‘हताशा’ करार दिया. बर्मिंघम में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने 7 विकेट पर 337 रन बनाने के बाद 31 रन से जीत दर्ज की थी. स्टोक्स ने अपनी नई किताब ‘ऑन फायर’ में विश्व कप के इस मैच का जिक्र किया है.


स्टोक्स ने कहा कि धोनी जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तब भारतीय टीम को 11 ओवर में 112 रन चाहिए थे और उन्होंने अजीब तरीके से बल्लेबाजी की. वह गेंद को सीमारेखा के पार भेजने से ज्यादा एक रन लेने को आतुर दिखे. भारतीय टीम आखिरी 12 गेंद में भी जीत सकती थी.‘धोनी और केदार जाधव की साझेदारी में जीत की ललक काफी कम या बिल्कुल नहीं दिखी. मुझे लगता है कि अगर वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते तो रन बना सकते थे.’


स्टोक्स ने आगे कहा कि, हम ड्रेसिंग रूम में ये बात कर रहे थे कि धोनी मैच को आखिरी ओवर तक लेकर जाना चाहते हैं. वो 31 गेंद में 42 रन पर नाबाद रहे जहां अंत में उन्होंने रन बनाने की कोशिश कि लेकिन तब तक मैच भारत के हाथों से निकल चुका था.


स्टोक्स ने कहा, ‘हमारे ड्रेसिंग रूम में इस बात की चर्चा हो रही थी कि धोनी के खेलने का तरीका यही है. अगर भारतीय टीम मैच नहीं जीतती है तो भी उनका नेट रन रेट बना रहे.’ उन्होंने ये भी कहा कि रोहित और विराट जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे वो काफी रहस्यमयी था. और हमें विश्वास नहीं हो रहा था कि ये दोनों बल्लेबाज इस तरह बल्लेबाजी कर रहे हैं.


बेन स्टोक्स ने आगे ये भी कहा कि विराट कोहली जब मैच हर गए तो वो पोस्ट मैच प्रेसेंटेशन में ये बात कर रहे थे कि बाउंड्री लाइन को थोड़ा और छोटा किया जा सकता है. कोहली की इस बात से मैं काफी चौंक गया था क्योंकि पहले मैंने ऐसा कभी कुछ नहीं सुना था. दोनों टीमें एक ही मैदान पर खेल रही हैं ऐसे में दोनों टीमों के लिए अलग अलग फायदे कैसे हो सकते हैं.