नई दिल्ली: साल 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की उम्मीदें उस वक्त टूट गई जब धोनी रन आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे. ये मैच न्यूजीलैंड के साथ था. इस बीच सभी फैंस को ये पता चल चुका था कि टीम इंडिया ये मैच अब हार चुकी है लेकिन इस बीच फैंस जिस बात से अनजान थे वो ये था कि धोनी अब शायद ही दोबारा मैदान पर नजर आएंगे. इस मैच के बाद आज तक धोनी टीम इंडिया में वापस नहीं आए.


आईपीएल की शुरूआत हुई और सभी टीमों ने ट्रेनिंग करना शुरू कर दिया. इस बीच एमएस धोनी भी चेन्नई पहुंचे. फैंस को लगा अब वो दिन करीब है जब धोनी मैदान पर खेलेंगे. नेट्स सेशन के दौरान धोनी ने लंबे लंबे छक्के लगाने शुरू किए और इशारा कर दिया की पूर्व कप्तान की वापसी हो चुकी है. लेकिन कोरोना को शायद ये मंजूर नहीं था और सबकुछ इस बिमारी ने रद्द कर दिया. अंत में धोनी को चेन्नई को अलविदा कहना पड़ा और अपने शहर रांची लौटना पड़ा. इस बीच टीम के फीजियो ने कहा है कि धोनी को उन्होंने पहली बार इन 10 सालों में इतने फोकस के साथ बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग की ट्रेनिंग करते देखा. वहीं टीम के स्पिनर खिलाड़ी पीयूष चावला ने भी धोनी की तारीफ की.


चावला ने टीम की वेबसाइट पर कहा, "माही भाई काफी केंद्रित होकर ट्रेनिंग करते नजर आए. काफी अच्छे नजर आ रहे थे वो. जब वो प्रैक्टिस में बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैच खेलने जैसा जोश दिखा रहे थे. इसका असर बाकी के खिलाड़ियों पर भी नजर आ रहा था. " चेन्नई ने चावला को पिछले साल ही अपनी टीम के साथ जोड़ा था. चेन्नई सुपर किंग्स के एक अन्य लेग स्निर कर्ण शर्मा ने कहा कि कप्तान के उत्साह ने टीम के अन्य सदस्यों के लिए प्रेरणा का काम किया.


कर्ण ने कहा, " माही भाई हर दिन नेट्स पर दो या तीन घंटे बल्लेबाजी करते थे. वह जिस तरह से गेंद को हिट कर रहे थे, उसे देखते हुए कोई नहीं कह सकता था कि वह लंबे विश्राम के बाद वापसी कर रहे हैं. वह जिस तरह से अभ्यास कर रहे थे वह हम सभी के लिए बड़ी प्रेरणा थी. "
चेन्नई सुपर किंग्स के फीजियो टॉमी सिमसेक ने कहा, "मैंने 10 साल में पहली बार धोनी को विकेटकीपिंग की ट्रेनिंग करते हुए देखे. यह दिखलाता है कि क्रिकेट पर उनका ध्यान कितना है. "


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाजी कोच और मौजूदा समय में चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी ने धोनी को नैसर्गिक खिलाड़ी बताया और कहा कि वह सत्र के लिए तैयार दिख रहे थे.


बालाजी ने कहा, " धोनी बेहद फिट हैं. ऐसा नहीं लग रहा था कि वह खेल से बाहर रहे थे. वह जिस तरह से अभ्यास कर रहे थे, बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कर रहे थे और टीम को समय दे रहे थे, उससे साफ था कि उनकी निगाहें नए सत्र पर टिकी हैं."