टेबल टेनिस स्टार मुदीत दानी का अगला लक्ष्य है 2022 के एशियाई खेल, इस बात पर कर रहे हैं काम
मुदीत दानी भारत के 21 साल के स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं. मुदीत दानी ने हाल ही में रैंकिंग के टॉप 200 में जगह बनाई है.
कोरोना वायरस की वजह से खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं हो रहा है. लेकिन इसी महीने भारत के युवा टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदीत दानी ने रैंकिंग के टॉप 200 खिलाड़ियों में जगह बनाई है. यह मुकाम हासिल करने के बाद दानी अब अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर बड़े लक्ष्यों को हासिल करने करना चाहते हैं.
हाल के टूर्नामेंटों में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद दानी अब विश्व रैंकिंग में 200वें नंबर पर काबिज हैं, जोकि किसी भी भारतीय पुरुष खिलाड़ियों द्वारा हासिल की गई सर्वाच्च छठी रैंकिंग हैं. दानी ने कहा, ''शुरुआत में मेरा लक्ष्य टॉप 200 में जगह बनाना था और अब इस साल के अंत तक मैं खुद को टॉप 175 में देखना चाहूंगा. हालांकि इस समय मुश्किल ही कोई टूर्नामेंट हो रहा है और चारों ओर अनिश्चितता है और मेरा मानना है कि यह अब मेरे लिए सबसे यथार्थवादी लक्ष्य है. हालांकि इसके लिए मैं शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार हूं क्योंकि जब भी खेलने का मौका मिलता है तो मैं इसके लिए तैयार हूं.''
अगस्त 2018 में टेबल टेनिस में पदार्पण करने के बाद से दानी ने सीनियर सर्किट पर शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने जब अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस टूर्नामेंट खेला था तो उस समय उनकी विश्व रैंकिंग 774 थी.
प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी दानी 2015 में उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने लड़कों के आईटीटीएफ विश्व जूनियर रैंकिंग में टॉप 10 में जगह बनाई थी. ऐसा करने वाले वह केवल तीसरे भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बने थे.
हालांकि एक समय ऐसा आया जब दानी ने भारत के लिए खेलने के अपने सपने को लगभग छोड़ ही दिया था क्योंकि उन्हें 13 साल की उम्र में ही कंधे में चोट लग गई थी और इस चोट ने उनके करियर को लगभग समाप्त ही कर दिया था. 21 वर्षीय दानी ने हालांकि कड़ी मेहनत करना जारी रखा और योग की मदद से चोट से उबरने में सफलता हासिल की.
पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी ओपन में अपना पहला आईटीटीएफ पदक जीतने वाले दानी ने कहा, ''मेरा कंधा चोटिल हो गया था और इसके कारण मुझे छह महीने तक खेल से दूर रहना पड़ा था क्योंकि कोई भी दवा और इलाज अपना असर नहीं दिखा पा रहा था. लेकिन तभी मेरी दादी ने मुझे पुणे के योग केंद्र में बीकेएस अयंगरजी से जुड़ने में मेरी मदद की.''
दानी ने कहा, ''मुझे अभी भी याद है कि उस असहनीय दर्द के साथ और क्लास के बीच में जोर से रोने पर उन्होंने मुझे उल्टा लटका दिया गया था. हालांकि कुछ सप्ताह के योग के बाद मेरा कंधा मजबूत हो गया और दर्द भी कम होने लगा और आखिरकार मैं फिर से खेलने लगा.''
युवा टेबल टेनिस खिलाड़ी दानी का लक्ष्य अब 2022 एशियाई खेलों और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करना है. दानी ने कहा, ''मैं अपनी ताकत और सहनशक्ति को और बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने की कोशिश कर रहा हूं. मैं अपने कोच और मेंटर कमलेश (मेहता) सर के साथ काम कर रहा हूं, जिन्हें खेलों के कुछ क्षेत्रों में सुधार करने के लिए टेबल टेनिस की दुनिया में कोई परिचय नहीं चाहिए. यह मुझे अपने खेल में सुधार करने में मदद करेगा. 2022 एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेल मेरे लिए बड़े लक्ष्य हैं. ये चैंपियनशिप अभी दो साल दूर हैं लेकिन मैं खुद को टीम में शामिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा.''
दानी पुर्तगाल और फ्रांस में मार्कोस फ्रीटास, वू जिजेजी, टियागो अपोलोनिया और जू जिपेंग जैसे विश्व के टॉप खिलाड़ियों के ट्रेनिंग हासिल करते हैं और उनके साथ खेलते हैं.
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