Muhammad Ali Death Anniversary: कौन थे महान बॉक्सर मोहम्मद अली? बस से रेस लगाकर जाते थे स्कूल, सिर्फ नाम सुनकर थर्राते थे खिलाड़ी
मोहम्मद अली (Muhammad Ali) दुनिया के सबसे मोहम्मद अली बॉक्सर माने जाते हैं. उनका जन्म 17 जनवरी 1942 को हुआ था. वो 3 बार हैवीवेट चैम्पियन भी रह चुके हैं.
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मोहम्मद अली (Muhammad Ali) दुनिया के सबसे मोहम्मद अली बॉक्सर माने जाते हैं. उनका जन्म 17 जनवरी 1942 को हुआ था. वो 3 बार हैवीवेट चैम्पियन भी रह चुके हैं. इसके अलावा वो तीन बार लेनियल चैंपियनशिप जीतने वाले एकमात्र बॉक्सर है. अपने करियर में उन्होंने कुल 61 फाइट लड़ीं उनमें से 56 में जीत हासिल की और उन्हें सिर्फ 5 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था. उनका निधन आज के दिन 2016 में हुआ था. ऐसे में उनकी पुण्यतिथि पर आइये जानते हैं, उनसे जुड़े कुछ यादगार किस्से:
'बस से रेस लगाकर स्कूल पहुंचे जाते थे'
मोहम्मद अली बचपन से ही और बच्चों से अलग थे. वो दूसरे बच्चों की तरह बस से स्कूल नहीं जाते थे, बल्कि वो स्कूल बस से रेस लगाकर स्कूल पहुंच जाते थे. जिस वजह से उनका शरीर बचपन से काफी ज्यादा कठोर हो गया था. इसका फायदा उन्हें अपने करियर में ही मिला. आप को जानकार हैरानी होंगी कि दुनिया भर के बॉक्सर को हराने वाले मोहम्मद अली को फ्लाइट में बैठने से डर लगता था. वो इससे इतना डरते थे कि जब वो 1960 के ओलंपिक में रोम जाने के लिए प्लेन में बैठे तो उन्होंने एयर होस्टेस से पैराशूट पहनाने की बात कही थी.
अपनी बात से मनाया तानाशाह को
मोहम्मदी अली का व्यक्तित्व काफी ज्यादा प्रभावशाली था. यहां तक इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन भी उनकी बात को सुनते थे और मानते थे. 19 90 में जब उन्होंने इराक पर हमला कर के 2000 से ज्यादा विदेशियों को बंधक बना लिया था. तब ऐसे समय में मोहम्मद अली ने ही सद्दाम हुसैन से बात की थी. इसके लिए वो बगदाद गए थे. दोनों के बीच हुई 50 मिनट की बातचीत के बाद सद्दाम ने 15 अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया था.
इसके अलावा उन्होंने 1967 में अमेरिका और वियतनाम युद्ध के लिए सेना का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद उनके सारे वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब छीन लिए गए थे और उन पर बैन लगा दिया गया था. जिसके बाद 971 में उनकी अपील पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनके हक में फैसला सुनाया था और उन पर लगे बैन को हटा दिया था.
बता दें कि उनका असली नाम कैसियस मर्सेलस क्ले था. लेकिन 6 मार्च 1964 को अमेरिकन मुस्लिम धार्मिक संगठन 'नेशन ऑफ इस्लाम' और उनके नेता मैल्कम एक्स से प्रभावित होकर उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाने का फैसला किया था.
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