Neeraj Chopra on Missing Gold Medal: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championships) में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) इतिहास रच चुके हैं. उन्होंने 88.13 मीटर जैवलिन थ्रो (Javelin Throw) कर यहां सिल्वर मेडल (Silver Medal) जीता. वह इस चैंपियनशिप के इतिहास में मेडल जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. इस ऐतिहासिक मेडल को जीतने के बाद अब नीरज चोपड़ा का बयान सामने आया है. उन्होंने इस चैंपियनशिप में गोल्ड चूकने के कारण का खुलासा किया है.


नीरज चोपड़ा ने कहा है, 'यहां परिस्थिति कुछ ठीक नहीं थी. हवा काफी तेज चल रही थी. लेकिन मुझे विश्वास था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा. मैं नतीजे से संतुष्ट हूं. मैं खुश हूं कि मैं अपने देश के लिए पदक जीतने में सफल रहा.'


नीरज चोपड़ा ने कहा, 'मैं इस बात को लेकर बिल्कुल भी दबाव में नहीं था कि मैं ओलंपिक चैंपियन हूं और मुझे यहां अच्छा प्रदर्शन करना है. तीसरे थ्रो के बाद भी मुझे खुद पर विश्वास था. मैंने वापसी की और सिल्वर जीता. अगली बार मैं इस चैंपियनशिप में अपने मेडल का रंग बदलने की कोशिश करूंगा.






अमेरिका के यूजीन में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के जेवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा दूसरे स्थान पर रहे. पहले नंबर पर एंडरसन पीटर्स ने कब्जा किया. पीटर्स ने अपने 6 में से 3 अटेम्प्ट में 90 मीटर के पार भाला फेंका. जबकि नीरज का बेस्ट थ्रो 88.13 मीटर रहा. हालांकि इसके बावजूद वह यहां इतिहास रचने में कामयाब रहे. 


दरअसल, नीरज से पहले इस चैंपियनशिप में केवल अंजू बेबी जॉर्ज भारत के लिए पदक ला सकी थीं. उन्होंने 19 साल पहले लंबी कूद में मेडल जीता था. भारतीय पुरुष खिलाड़ियों में तो नीरज पहले एथलीट हैं, जिन्होंने इस चैंपियनशिप में मेडल जीता है.


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