टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा आज अपना 41वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. आशीष नेहरा के करियर की शुरुआत 1999 में हुई थी और उन्होंने 2017 में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला. आशीष नेहरा का करीब 18 साल लंबा इंटरनेशनल करियर चोटों की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा. हालांकि 2003 के वर्ल्ड कप और 2011 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन में नेहरा ने अहम योगदान दिया.
नेहरा को टीम इंडिया के खिलाड़ी 'नेहरा जी' के नाम से पुकारा करते थे. नेहरा ने 1999 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. लेकिन आशीष नेहरा को असल पहचान 2003 के वर्ल्ड कप में मिली. नेहरा ने इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप के मैच में 23 रन देकर 6 विकेट लिए. इस मैच में नेहरा ने तीन गेंदे 149 की स्पीड से फेंकी थी जो कि उस वक्त किसी भी भारतीय बॉलर द्वारा फेंकी गई सबसे तेज गेंद थी.
इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 250 रन ही बना पाई थी. लेकिन की कमाल की गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड की टीम 45.3 ओवर में 168 रन पर ही ढेर हो गई. नेहरा ने जो 6 विकेट लिए उनमें से कोई भी बल्लेबाज 20 से ज्याद रन नहीं बना पाया.
वर्ल्ड कप में शानदार रहा है रिकॉर्ड
हालांकि इसके बाद नेहरा चोट की वजह से टीम से अंदर बाहर होते रहे. लेकिन 2011 के वर्ल्ड कप में नेहरा ने एक बार फिर से शानदार वापसी की. नेहरा ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले 10 ओवर में 33 रन देकर 2 विकेट लिए. नेहरा इस मैच में भी गेंदबाजी के दौरान चोटिल हो गए थे और यह मैच उनका आखिरी वनडे साबित हुआ.
नेहरा ने इसके बाद सारा फोकस ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट पर शिफ्ट कर लिया. आईपीएल में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए नेहरा ने 2016 के ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में जगह हासिल की. नेहरा इस टूर्नामेंट में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज साबित हुए. नेहरा की बदौलत टीम इंडिया सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही.
नेहरा ने टीम इंडिया के लिए 17 टेस्ट, 120 वनडे और 27 ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों में 44, 157 और 34 विकेट लिए. नेहरा 2016 में आईपीएल का खिताब जीतने वाली सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा भी रहे. पिछले साल नेहरा आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के गेंदबाजी कोच की भूमिका में नज़र आए थे.
पंजाब पुलिस के हीरो हरजीत सिंह को युवराज का सलाम, वीडियो पोस्ट कर कहा- गर्व है