कोलंबो: दिनेश कार्तिक के आखिरी गेंद पर लगाये गये छक्के के दम पर भारत ने सांस थाम देने वाले फाइनल में बांग्लादेश को चार विकेट से हराकर त्रिकोणीय टी- 20 सीरीज़ निधास ट्राफी में जीत हासिल की. भारत के सामने 167 रन का लक्ष्य था. वहीं अंतिम दो ओवरों में उसे 34 रन चाहिए थे. ऐसे समय पर कार्तिक (आठ गेंदों पर 29 रन) ने क्रीज पर कदम रखा. उन्होंने रूबैल हुसैन के पारी के 19वें ओवर में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 22 रन लिये. अब अंतिम छह गेंदों पर 12 रन की दरकार थी जो विजय शंकर (17) के आउट होने से अंतिम गेंद पर पांच रन पहुंच गया. सौम्या सरकार की इस गेंद पर कार्तिक ने कवर के ऊपर से छक्का लगाकर किसी टी20 टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को तीसरी जीत दिलायी.


भारत ने छह विकेट पर 168 रन बनाये जिसमें कप्तान रोहित शर्मा की 46 गेंदों पर खेली गयी 56 रनों की पारी भी शामिल है. भारत की बांग्लादेश पर यह टी20 में लगातार आठवीं जीत है. इससे पहले बांग्लादेशी पारी शब्बीर रहमान के इर्द गिर्द घूमती रही. रहमान ने 50 गेंद पर 77 रन बनाये और इस दौरान अपनी पारी में सात चौके और चार छक्के लगाये जिससे बांग्लादेश पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर शुरूआती झटकों के बावजूद आठ विकेट पर 166 रन बनाने में सफल रहा. शब्बीर ने यह पारी तब खेली जब बांग्लादेश ने 33 रन पर चोटी के तीन विकेट गंवा दिये थे.


उनके बाद दूसरा बड़ा स्कोर आठवें नंबर के बल्लेबाज मेहदी हसन (सात गेंदों पर नाबाद 19 रन) का रहा. भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी छह ओवरों में 66 रन लुटाये. लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (चार ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट) भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे. युवा आफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर (चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट) ने फिर से प्रभावित किया. जयदेव उनादकट (33 रन देकर दो विकेट) ने शुरू में रन गंवाने के बाद अच्छी वापसी की लेकिन शार्दुल ठाकुर और विजय शंकर ने क्रमश: 45 और 48 रन लुटाये.


अच्छी नहीं रही शुरुआत


भारत की शुरूआत भी अच्छी नहीं रही और उसने चौथे ओवर तक शानदार फॉर्म में चल रहे शिखर धवन (10) और अनुभवी सुरेश रैना (0) के विकेट गंवा दिये जिससे स्कोर दो विकेट 32 रन हो गया. बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में 89 रन बनाने वाले रोहित ने मेहदी हसन के पारी के दूसरे ओवर में ही दो छक्के और एक चौका जड़े और फिर बायें हाथ के स्पिनर नजमुल इस्लाम पर भी उन्होंने चौके और लॉन्ग ऑफ में गगनचुंबी छक्के लगाए. लेकिन इसके बाद एकदम से बांग्लादेशी गेंदबाज रनों पर अंकुश लगाने में सफल रहे.


केएल राहुल (24) रोहित के साथ तीसरे विकेट के लिये 51 रन जोड़ने के बाद अपना विकेट फेंक कर चले गए जिसके बाद बीच में चार ओवर में केवल 16 रन बने. रोहित ने 35 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद उन्होंने लॉन्ग ऑन पर हवा में लहराता में कैच दे दिया. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाये. मनीष पांडे (27 गेंदों पर 28 रन) शुरू में जूझते नजर आये लेकिन बाद में उन्होंने सौम्या सरकार पर दो चौके लगाये जिससे आखिरी पांच ओवर में भारत को 52 रन चाहिए थे. जब भारत को आखिरी 18 गेंदों पर 35 रन की दरकार थी तब विजय शंकर ने मुस्तफिजुर रहमान की चार गेंदें खाली जाने दी. इस ओवर में केवल एक रन बना और आखिरी गेंद पर पांडे भी कैच दे बैठे. इसके बाद कार्तिक ने दो ओवर में पूरे मैच का नक्शा बदल दिया.


कसी रही भारतीय गेंदबाज़ी


इससे पहले भारतीय स्पिनरों ने पहले पांच ओवरों में तीन बल्लेबाज पवेलियन भेजकर बांग्लादेश का शीर्ष क्रम चरमराया. सुंदर ने हमेशा की तरफ पावरप्ले में किफायती गेंदबाजी की. उन्होंने इस दौरान दो ओवर में केवल पांच रन दिये और लिट्टन दास (11) का विकेट लिया. उनादकट की गेंदों पर नियंत्रण नहीं होने के कारण रोहित ने पांचवां ओवर चहल को सौंपा जिसमें उन्होंने दो विकेट निकाले. खतरनाक तमीम इकबाल (15) का शॉट छह रन के लिये जा रहा था लेकिन लॉन्ग ऑन बाउंड्री पर ठाकुर ने नियंत्रण और संयम का बेजोड़ नमूना पेश करके उसे कैच में बदल दिया.


सौम्या सरकार (1) ने चहल के इसी ओवर में धवन को कैच का अभ्यास कराया. पावरप्ले में केवल 40 रन बनाने वाली बांग्लादेश के बल्लेबाजों पर तेजी से रन बनाने का दबाव साफ दिख रहा था. रहमान के विजय शंकर पर लगाये गये छक्के को छोड़ दिया जाए तो शुरुआती झटकों के बाद पहले दस ओवरों में उसके बल्लेबाज किसी भी समय रणनीति के अनुरूप आक्रामकता नहीं दिखा पाये. चहल ने ऐसे समय में मुशफिकुर रहीम (9) को पवेलियन की राह दिखा दी. इस बार शंकर ने खूबसूरत कैच लेकर उनके खाते में विकेट जोड़ा.


भारतीय गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया. बांग्लादेश 14 ओवर में तिहरे अंक में पहुंचा. रहमान ने एक छोर संभाले रखा. उन्होंने उनादकट की गेंद पर बोल्ड होने से पहले सुंदर की गेंद भी छह रन के लिये भेजी जबकि शंकर पर भी दो छक्के लगाये. मेहदी हसन ने ठाकुर के आखिरी ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाया.