पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने कहा है कि विश्व कप जीतना किसी टीम या कप्तान को आंकने का पैरामीटर नहीं है. उनकी कप्तानी में 1983 के विश्व कप फाइनल में ऐतिहासिक जीत की 37वीं वर्षगांठ पर महान क्रिकेटर की टिप्पणी आई. कपिल देव ने भारत को प्रतिष्ठित लॉर्ड्स में शक्तिशाली वेस्टइंडीज के खिलाफ एक शानदार जीत दिलाई थी.


यह भारत की पहली विश्व कप जीत थी. देश को एक और जीत हासिल करने में 28 और साल लग गए जब 2011 में एमएस धोनी ने मेन इन ब्लू का नेतृत्व किया. पिछले दो संस्करणों में, भारत धोनी और विराट कोहली के नेतृत्व में सेमीफाइनल में पहुंच गया. लेकिन विश्व कप जीतने के लिए प्रशंसकों की ओर से मौजूदा दबाव के बावजूद, कपिल देव का मानना ​​है कि टीम को किसी भी दबाव में नहीं होना चाहिए.


उन्होंने यह भी कहा कि विराट कोहली कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, साथ ही सौरव गांगुली और सुनील गावस्कर की पसंद को भी इंगित करते हैं जिन्होंने कप्तान के रूप में विश्व कप नहीं जीता.


उन्होंने कहा कि, “विराट कोहली अच्छा कर रहे हैं, सौरव गांगुली ने अच्छा प्रदर्शन किया है, हम सुनील गावस्कर को कैसे भूल सकते हैं? वह एक महान कप्तान भी थे. कप को उठाना सब कुछ नहीं है, आप टीम को कैसे आकार देते हैं ये मायने रखता है.''


विराट की कप्तानी में भारत ने 2018-19 सत्र में ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला जीती और दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में एकदिवसीय श्रृंखला भी जीती. जहां तक ​​आईसीसी टूर्नामेंट्स में उनके रिकॉर्ड की बात है, तो उन्होंने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को और पिछले साल के विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचाया था.