ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेल ली ने कहा है कि बिना लार लगाए गेंदबाजी करना थोड़ा मुश्किल होगा. आईसीसी की लेटेस्ट गाइडलाइंस आ चुकी है जिसमें ये सभी बातें कही गई है. आईसीसी क्रिकेट कमिटी के मीटिंग में ये फैसला लिया गया कि गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा है कि ऐसा करना काफी मुश्किल होगा. ली ने स्टार स्पोटर्स के शो पर कहा, "जो काम आप आठ, नौ साल की उम्र से करते आ रहे हो, आप अपनी उंगलियों पर सलाइवा लगाते हो और फिर उन्हीं उंगलियों को गेंद पर लगाते हो, इस आदत को रातोंरात बदलना काफी मुश्किल होगा. इसलिए मुझे लगता है कि आईसीसी की तरफ से कुछ रियायत होगी, जहां वो ऐसा करते देखने पर चेतावनी देंगे. यह अच्छी पहल है लेकिन इसे लागू करना काफी मुश्किल है क्योंकि क्रिकेटर यह काम पूरी जिंदगी से करते आ रहे हैं."
ली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 76 टेस्ट, 221 वनडे खेला है. वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी फाफ डुप्लेसि ने भी ली का समर्थन किया और कहा कि ऐसा फील्डर्स के साथ भी होना चाहिए. अपना उदाहरण देते हुए डुप्लेसिस ने कहा कि इस बदलाव का आदि होना बेहद मुश्किल है. डु प्लेसिस का कहना है कि वह हर गेंद से पहले फिल्डिंग के लिए तैयार होने के लिए अपने हाथ पर थूंकते हैं. ऐसा करने वाले सिर्फ डु प्लेसिस नहीं हैं. दुनिया का लगभग हर फील्डर ऐसा करता है ताकि गेंद उसके हाथों में आसानी से चिपक सके.
डु प्लेसिस ने स्टार स्पोटर्स के एक शो पर कहा, "मैं स्लिप पर जब खड़ा होता हूं तो कैच लेने के लिए तैयार होने से पहले मैं अपने हाथ पर थूंकता हूं. अगर आप रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ी को देखेंगे तो वह हर गेंद से पहले अपने हाथ पर इसी तरह थूंकते थे."