विंबलडन: ग्रास कोर्ट पर फिर नाकाम रहे नडाल, सेमीफाइनल में जोकोविच ने दी मात
साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन का दूसरा सेमीफाइनल भी काफी रोमांचक रहा जहां मैरथन मुकाबले में वापसी कर रहे नोवाक जोकोविच ने फ्रेंच ओपन विजेता रफेल नडाल को 6-4, 3-6, 7-6, 3-6, 10-8 से हराया. जोकोविच पांचवीं बार विंबलडन में पहुंचे हैं.
नई दिल्ली: साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन का दूसरा सेमीफाइनल भी काफी रोमांचक रहा जहां मैरथन मुकाबले में वापसी कर रहे नोवाक जोकोविच ने फ्रेंच ओपन विजेता रफेल नडाल को 6-4, 3-6, 7-6, 3-6, 10-8 से हराया. जोकोविच पांचवीं बार विंबलडन में पहुंचे हैं. नडाल 13वीं बार ग्रास कोर्ट पर उतरे थे जिसमें सिर्फ दो बार ही विजेता बन पाए.
2011, 2014 और 2015 के विजेता जोकोविच का सामना अब साउथ अफ्रीका के केविन एंडरसन से होगा जो 97 साल में फाइनल में पहुंचने वाले अपने देश के पहले खिलाड़ी हैं. एंडरसन के खिलाफ जोकोविच का रिकॉर्ड 5-1 का है.जोकोविच और नडाल का मुकाबला पांच घंटे और 15 मिनट तक चला. इससे पहले एंडरसन और जॉन इसनेर के बीच पहला सेमीफाइनल छह घंटे और 36 मिनट तक चला था. वह टूर्नामेंट का सबसे लंबा चलने वाला सेमीफाइनल और ग्रैंडस्लैम में दूसरा सबसे लंबा सिंगल मैच था.
सर्बिया के जोकोविच अगर कल खिताब जीत जाते हैं तो यह उनका 13वां ग्रैंडस्लैम होगा. वह नडाल से चार और रोजर फेडरर से सात खिताब पीछे होंगे.
नडाल और जोकोविच का मैच कल पूरा नहीं हो सका और आज तक खिंचा जिसके कारण सेरेना विलियम्स और एंजेलिक कर्बर के बीच महिला सिंग्लस लेट शुरू हुआ.
जोकोविच ने जीत के बाद कहा ,‘‘ मेरे पास शब्द नहीं है. मैं पिछले 15 महीने के बारे में सोच रहा हूं. दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को इतने लंबे मैच में हराना आसान नहीं था. यह बहुत खास है. आखिरी शॉट तक पता नहीं था कि कौन जीतेगा.’’