देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने युवा निशानेबाज अंजुम मुदगिल के नाम की सिफारिश की है. इसके साथ ही एसोसिएशन ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए 4 निशानेबाज और द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए एक बार फिर जसपाल राणा का नाम भेजा है. राणा का नाम लगातार दूसरे साल भेजा गया है.


देश में हर साल 29 अगस्त को मनाए जाने वाले खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति की ओर से राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं. इसके तहत राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार सबसे बड़ा सम्मान है. NRAI ने इसके लिए 26 साल की राइफल शूटर अंजुम का नाम प्रस्तावित किया है. बीते एक साल में भारतीय महिला राइफल शूटरों का प्रदर्शन शानदार रहा है.

अंजुम ने 2018 के ISSF वर्ल्ड चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था. इसके साथ ही उन्होंने टोक्यो ओलंपिक का कोटा भी हासिल किया था. वहीं 2019 में बीजिंग और म्यूनिख वर्ल्ड कप में अंजुम ने दिव्यांश सिंह पंवार के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम राइफल इवेंट में गोल्ड जीते थे.

चार शूटर अर्जुन अवॉर्ड के लिए नामित

वहीं एसोसिएशन ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए पिस्टल शूटर अभिषेक वर्मा, सौरभ चौधरी और मनु भाकर, जबकि युवा राइफल शूटर एलावेनिल वेलारिवन के नामों की सिफारिश की है.

सौरभ और अभिषेक के लिए पिछला साल बेहद यादगार रहा. दोनों ने 10 मीटर एयर पिस्टल के चारों वर्ल्ड कप मिलाकर 2-2 गोल्ड मेडल अपने नाम किए. वहीं सौरभ और मनु भाकर ने चारों वर्ल्ड कप में मिक्स्ड इवेंट के चारों गोल्ड मेडल अपने नाम किए.

वहीं 20 साल की इलावेनिल वेलारिवान ने अनुभवी दिग्गज शूटरों के बीच पिछले साल हुए वर्ल्ड कप फाइनल में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल का गोल्ड मेड़ल अपने नाम किया था. इतना ही नहीं, इससे पहले रियो में हुए वर्ल्ड कप में भी वेलारिवान ने इसी इवेंट का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.

पिछले साल हुई थी जसपाल राणा की अनदेखी

दूसरी ओर, भारत की जूनियर पिस्टल टीम के नेशनल कोच जसपाल राणा का नाम लगातार दूसरे साल प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए भेजा गया है. द्रोणाचार्य अवॉर्ड उत्कृष्ट योगदान के लिए कोच को दिया जाता है.

राणा की देखरेख में भारत के जूनियर पिस्टल शूटरों ने पिछले 2 साल में शानदार प्रदर्शन किया है. सौरभ चौधरी, मनु भाकर, यशस्विनी देसवाल जैसे युवा शूटर अब सीनियर लेवल पर मेडल जीत रहे हैं. हालांकि इसके बावजूद राणा को पिछले साल ये अवॉर्ड नहीं मिला था, जिस पर काफी विवाद हुआ था. भारत के एकलौते ओलंपिक गोल्ड विजेता शूटर अभिनव बिंद्रा ने भी इस पर सवाल खड़े किए थे.

भारतीय निशानेबाजों का प्रदर्शन पिछले साल शानदार रहा. साल के चारों वर्ल्ड कप, वर्ल्ड कप फाइनल और एशियन चैंपियनशिप में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने पहली बार ओलंपिक के लिए 15 कोटा जीते.

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