पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और मुख्य चयनकर्ता इंजमाम-उल-हक देश के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं. वह 90 के और 2000 के दशक के दौरान पाकिस्तान टीम के लिए मिडल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में सबसे शानदार खिलाड़ी थे और अक्सर अपनी टीम के लिए एक स्तंभ बनकर खड़े रहते थे.


टेस्ट और वनडे दोनों में इस खिलाड़ी का जवाब नहीं था, इंजमाम ने 2002 की गर्मियों में अपना उच्चतम अंतरराष्ट्रीय स्कोर बनाया. लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक खतरनाक पिच पर बल्लेबाजी करते हुए, इंजमाम ने कीवी गेंदबाजों पर खूब हमला किया और उस टेस्ट पारी में 329 रन बनाए. इस पारी में उन्होंने 38 चौके और 9 छक्के जड़े.


यह कीवी टीम के लिए भूलाने वाला मैच था क्योंकि शोएब अख्तर ने पहली पारी में ही पूरी टीम को ध्वस्त कर दिया था. ऐसे में न्यूजीलैंड को पारी की हार का सामना करना पड़ा था. श्रृंखला का दूसरा मैच कराची में हुआ था लेकिन टीम होटल के पास बम विस्फोट के बाद श्रृंखला को बीच में ही रद्द कर दिया गया.


इंजमाम ने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि, “कोई भी खिलाड़ी चोटिल नहीं हुआ लेकिन यह एक डरावना दिन था. मेरा कमरा उस तरफ था जहां धमाके का असर हुआ. शुक्र है कि मैं कमरे में नहीं था क्योंकि खिड़की के शीशे पर लगा शीशा टूट गया और दीवार की तरफ की दीवार से जा टकराया.


इंजमाम ने आगे कहा कि, ये हादसा तभी हुआ जब हम मैदान से बाहर निकलने वाले थे, तब हम बस के लिए रवाना हुए थे. ज्यादातर खिलाड़ी नाश्ते के लिए जा रहे थे. मैंने कुछ सुना लेकिन समझ आया कि क्या हुआ था. सभी पर्दे और खिड़की के शीशे टूट गए थे. मैंने एक गार्ड से पूछा और उसने मुझे बताया कि एक बम विस्फोट हुआ था.


इंजमाम ने भयानक घटना को याद करते हुए कहा, “मुझे नीचे जाने के लिए कहा गया और वहां मैंने न्यूजीलैंड के सभी खिलाड़ियों को स्विमिंग पूल में देखा और वे सभी रो रहे थे. इन खिलाड़ियों को कभी भी इस तरह का डरावना अनुभव नहीं हुआ था, ” इंजमाम ने आगे कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी तो अपने देश लौट गए लेकिन पाकिस्तान के खिलाड़ियों को एक हफ्ते तक परेशान किया गया था.