नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले दुनियाभर में कई स्पिन गेंदबाजों के आदर्श रहे हैं. कई दिग्गज खिलाड़ियों ने इस खेल के प्रति कुंबले के जुनून को लेकर उनकी काफी तारीफ की है. यही वजह है कि पूर्व ऑफ स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने भी अब कुंबले की तारीफ में कसीदे पढ़ें हैं. ओझा ने विज्डन से बातचीत में कुंबले की तारीफ करते हुए कहा कि कुंबले भले ही ऑन द फील्ड बेहद आक्रमक रहते थे, लेकिन ऑफ द फील्ड उनका स्वभाव बेहद अलग था.
ओझा ने कहा, 'जब वह (अनिल कुंबले) मैदान पर होते थे तो वह विपक्षी टीम और अपने खिलाड़ियों के साथ बेहद आक्रामक होते थे, लेकिन जब आप मैदान से बाहर उनसे बात करेंगे तो आप समझ ही नहीं पाएंगे कि यह वही व्यक्ति है, जिसे मैंने मैदान पर देखा था. मैदान पर वह कड़ी प्रतिस्पर्धा दिखाते थे, लेकिन मैदान से बाहर वह काफी विनम्र थे.'
धोनी की कप्तानी में ओझा ने किया था डेब्यू
भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 113 विकेट लेने वाले ओझा ने एमएस धोनी की कप्तानी में भारत के लिए डेब्यू किया. भारतीय टीम के साथ उनका समय उस समय शुरू हुआ था, जब सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का करियर समाप्त होने वाला था और विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों का टीम में आगमन हुआ था.
ओझा ने आगे कहा कि सचिन पाजी काफी शांत रहते थे. वह कभी प्रतिक्रिया नहीं देते थे, उनका एक अलग नजरिया था. अनिल भाई का नजरिया अलग था. धोनी और कोहली, वो दोनों देश के लिए खेल जीतना चाहते हैं, लेकिन उनका नजरिया पूरी तरह से अलग है.
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