CAS decision on Vinesh Phogat Appeal: विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 से डिसक्वालीफाई होने के बाद CAS से अपील की थी कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए. बताया गया है कि CAS ओलंपिक खेलों के समाप्त होने से पहले अपना फैसला सुना सकता है. विनेश फोगाट की ओर से यह केस हरीश साल्वे लड़ रहे हैं, जिन्हें हाई-प्रोफाइल केस लड़ने का काफी अनुभव है. अब खुलासा हुआ है कि सुनवाई में विनेश की ओर से अपने पक्ष में क्या दलील रखी गई हैं.


विनेश के पक्ष में क्या कहा गया?


बताया जा रहा है किi सुनवाई में विनेश फोगाट की ओर से कई मुद्दे उठाए गए हैं. पहला बिंदु एकदम स्पष्ट और सिंपल है कि विनेश ने कोई धोखाधड़ी नहीं की है, इसलिए उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए. दूसरा पक्ष यह रखा गया है कि विनेश फोगाट का वजन बढ़ना शरीर की प्राकृतिक रिकवरी प्रक्रिया थी, जिसमें वो कुछ नहीं कर सकती थीं.


इसके अलावा यह दावा हुआ है कि एक एथलीट को उसके शरीर की देखभाल करने का अधिकार है. वहीं चौथी और आखिरी दलील यह रखी गई है कि पहले दिन विनेश का वजन तय मानकों से कम था. इस बीच पौष्टिक चीजों का सेवन करना उनका मौलिक अधिकार है.


1 घंटे तक चली बहस!


रिपोर्ट अनुसार मामले की सुनवाई अब शायद आगे नहीं बढ़ेगी और फैसला जल्द ही सुनाया जा सकता है. फैसला आज और कल सुनाए जाने की संभावना भी बनी हुई है. सूत्रों की मानें तो विनेश फोगाट और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW), दोनों पक्षों के बीच बहस करीब एक घंटे तक चली.


इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक, विनेश फोगाट द्वारा मामला CAS में ले जाए जाने के विरोध में दिखे. उन्होंने कहा कि यह सब यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियमों के तहत ही हो रहा है. ऐसे में उन्हें 2 सिल्वर मेडलिस्ट्स घोषित किए जाने की उम्मीद बहुत कम नजर आ रही है.


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