Tokyo Olympics e-Conclave Live: पीवी सिंधु पर है पहले से है ज्यादा दबाव, स्टार खिलाड़ी ने खुद बताई वजह
Tokyo Olympics 2021 ABP e-Conclave Live: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीट का हौंसला बढ़ाने के लिए एबीपी न्यूज ने ओलंपिक स्लेशल ई कॉन्क्लेव का आयोजन किया है.
भारत के स्टार खिलाड़ी लिएंडर पेस रिकॉर्ड आठवें ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाए. लिएंडर का कहना है कि अगर ओलंपिक खेलों का आयोजन एक साल के लिए नहीं टलता तो वह ओलंपिक खेलते हुए नज़र आते. लिएंडर का मानना है कि कोरोना वायरस की वजह से ओलंपिक में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है और खिलाड़ियों को उसके मुताबिक खुद को ढालना होगा.
भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा अपना चौथा ओलंपिक खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. सानिया मिर्जा ने भारतीय फैंस के लिए खास मैसेज भेजा है. सानिया मिर्जा का कहना है कि वह मेडल जीतने की पूरी कोशिश करेंगी. सानिया मिर्जा ने रिकॉर्ड चौथा ओलंपिक खेलने पर खुशी भी जाहिर की है.
भारत की ओर से 15 में से चार खिलाड़ी ऐसे हैं जो कि पहले ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले चुके हैं. मनु भाकर से भारत को टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने की उम्मीद है. मनु भाकर सौरव चौधरी की जोड़ी के साथ भी मेडल पर निशाना लगाने की कोशिश करेंगी. भारत के दिग्गज निशानेबाज गंगन नारंग को उम्मीद है कि भारत इस बार शूटिंग में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब होगा.
भारत के स्टार रेसलर बजरंग पूनिया ने भी कोरोना वायरस को चुनौती बताया है. बजरंग पूनिया का कहना है कि कोरोना की वजह से उन्हें तैयारी करने में मुश्किल का सामना करना पड़ा. बजरंग पूनिया का कहना है कि वर्ल्ड के सभी टूर्नामेंट में रेसलिंग की 65 किलोग्राम कैटेगरी सबसे ज्यादा मुश्किल है.
पीवी सिंधु का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से खिलाड़ियों के लिए चुनौती बेहद बढ़ गई है. पीवी सिंधु ने कहा है कि बायो बबल में रहना बेहद मुश्किल है.
टोक्यो पहुंचे इंडियन कंटिंजेंट में चार सदस्यीय बैडमिंटन टीम शामिल है. इन खिलाड़ियों में रिओ ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु शामिल हैं. पीवी सिंधु का कहना है कि 2016 की तुलना में उन पर ज्यादा दवाब है. सिंधु का मानना है कि 2016 में उन पर कोई दवाब नहीं था, लेकिन अब पूरा देश उन्हें जानता है और हर कोई उनसे मेडल जीतने की उम्मीद कर रहा है.
एबीपी न्यूज के लाइव ब्लॉग में आपका स्वागत है. टोक्यो ओलंपिक्स शुरू होने में अब चौबीस घंटे से भी काम का समय रह गया है. हम जीतेगा इंडिया कैंपेन की शुरुआत कर रहे हैं. हम मकसद आपको यह बताना है कि क्यों टोक्यो ओलंपिक्स भारत के लिए खास हैं?
बैकग्राउंड
Tokyo Olympics 2020: जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से ओलंपिक खेलों का आगाज होने जा रहा है. ओलंपिक खेलों की शुरुआत से पहले एबीपी न्यूज आपके लिए ओलंपिक स्पेशल ई कॉन्क्लेव लेकर आया है. इस खास कॉन्क्लेव के जरिए हमारी कोशिश टोक्यो पहुंचे करीब सवा सौ भारतीय का एथलीट का मनोबल बढ़ाने और आपको उनकी तैयारियों से वाकिफ करवाने की है.
भारत की ओर से ओलंपिक खेलों में इस बार 119 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. ओलंपिक खेलों के इतिहास में यह भारत का सबसे बड़ा दल है. इससे पहले 2016 रियो ओलंपिक में भारत की ओर से 118 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था.
पिछले ओलंपिक में हालांकि भारत का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था. भारत को रियो ओलंपिक में सिर्फ दो मेडल ही मिले थे. बैडमिंटन में हालांकि पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था. इसले अलावा साक्षी ने भारत की झोली में ब्रॉन्ज मेडल डाला था.
कोरोना के खतरे के बीच हो रहे हैं ओलंपिक गेम्स
ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों के सामने इस बार कोरोना वायरस के खतरे से निपटने की चुनौती है. जापान की राजधानी टोक्यो में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी होने की वजह से खेल गांव में बेहद सख्त प्रोटोकॉल के साथ बायो बबल बनाया गया है. ओलंपिक खेलों का आयोजन इस बार मैदान पर बिना दर्शकों के ही होने जा रहा है.
ओलंपिक खेलों का आयोजन हालांकि पिछले साल ही होना था. लेकिन कोरोना वायरस की वजह से ओलंपिक खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया था. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए खेल गांव में मामले बढ़ने पर भी खेलों को बीच में ही स्थगित करने का विकल्प भी रखा गया है.
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