टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीमों ने शानदार खेल दिखाया. भारतीय मेंस हॉकी टीम ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही, जबकि महिला टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई. भारत को इस शानदार प्रदर्शन का फायदान रैंकिंग में भी हुआ है. मेंस हॉकी टीम अब रैंकिंग में तीसरे पायदान पर पहुंच गई है. महिला हॉकी टीम भी अब वर्ल्ड रैंकिंग में 8वें पायदान पर है.


भारत की दोनों हॉकी टीमों की यह सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है. बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ की विश्व रैंकिंग में भारतीय टीम अब तीसरे स्थान पर है. टोक्यो ओलंपिक में 41 साल के मेडल के सूखे को खत्म करते हुए भारतीय टीम ने यह मुकाम हासिल किया है.


इस उपलब्धि से पहले, मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम की करियर-उच्च रैंकिंग नंबर-4 थी. मार्च 2020 में एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2020 के दूसरे सीजन के पहले तीन राउंड में अपने शानदार प्रदर्शन के दम हॉकी टीम रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंची थी.


टोक्यो ओलंपिक में शानदार रहा प्रदर्शन


दूसरी ओर, भारतीय महिला टीम की अब तक की सर्वोच्च विश्व रैंकिंग 9वीं थी. हॉकी महिला विश्व कप लंदन 2018 में अपना क्वार्टर फाइनल का सफर तय करते हुए महिला हॉकी टीम ने यह मुकाम हासिल किया था. विश्व कप के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने के बाद, भारतीय टीम शीर्ष क्रम की एशियाई टीम बन गई और जकार्ता पालेमबांग 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक हासिल किया.


दोनों टीमों ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद अपनी सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की. मनप्रीत एंड कंपनी पूल ए में ग्रुप चरण के पांच मैचों में से चार मैच जीतकर दूसरे स्थान पर रही और क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराया लेकिन सेमीफाइनल में बेल्जियम से 5-2 से हार गई. उसने हालांकि ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक कांस्य पदक हासिल करने के लिए जर्मनी पर 5-4 से जीत की.


महिला टीम को शुरूआती मैचों में तीन हार का सामना करना पड़ा था. यकीनन सबसे बड़ा उलटफेर उस समय हुआ जब वह क्वार्टर फाइनल में पहुंची और विश्व नंबर 3 ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराया. रानी एंड कंपनी क्रमश: अर्जेंटीना और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ सेमीफाइनल और कांस्य पदक प्ले-ऑफ मैच दोनों हार गई.


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