Indian Origin Canadian Athletes Represent Canada at Paris Olympics 2024: खेलों का महाकुंभ ओलंपिक का 33वां एडिशन पेरिस में आयोजित होने जा रहा है. पेरिस ओलंपिक 2024 के शुरू होने में छह दिन से भी कम समय बचा है. इसमें हिस्सा लेने वाले एथलीट इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं. इन्हीं में से एक हैं जेसिका गौड्रिऑल्ट. जेसिका गौड्रिऑल्ट कनाडा की वाटर पोलो टीम की गोलकीपर हैं. वह भारतीय मूल की एथलीट हैं. जेसिका गौड्रिऑल्ट को कनाडा की उस वाटर पोलो टीम में जगह मिली है, जो ओलंपिक 2024 में कनाडा का प्रतिनिधित्व करने जा रही है.


पंजाब से ताल्लुक रखती हैं जेसिका गौड्रिऑल्ट
कनाडा की वाटर पोलो टीम की गोलकीपर जेसिका गौड्रियाल्ट ना सिर्फ अपने देश, बल्कि अपने मां के गांव पंजाब, भारत का नाम भी रोशन करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. 30 वर्षीय जेसिका ओटावा, कनाडा से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन उनकी मां अजित कौर तिवाना पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के चनारथल कलां गांव की रहने वाली हैं. जेसिका के ओलंपिक चयन पर उनकी मां और नाना अमरीत सिंह सथी गर्व से फूले नहीं समा रहे हैं.


जेसिका गौड्रिऑल्ट ने 14 साल की उम्र में शुरू किया वाटर पोलो खेलना
जेसिका गौड्रियाल्ट की वाटर पोलो की कहानी 2008 में 14 साल की उम्र से शुरू हुई. जब उनके माता-पिता ने खेलों में उनकी रूचि देखकर उन्हें गर्मियों के कैम्प में भेजा था. उनकी मेहनत जल्द ही रंग लाई और उन्होंने 2012 में पहली वर्ल्ड एक्वेटिक्स (FINA) वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में कनाडा को पांचवां स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई.


2017 में, उन्होंने फिना वर्ल्ड लीग सुपर फाइनल में कनाडा की रजत पदक जीत में अहम योगदान दिया और उन्हें टूर्नामेंट की बेस्ट गोलकीपर चुना गया. कैपिटल वेव स्वीमिंग एंड वाटर पोलो क्लब के लिए खेलते हुए, उन्होंने टोरंटो (2015), लीमा (2019) और सैंटियागो (2023) के पैन-अमेरिकन गेम्स में भी रजत पदक जीते हैं.


दो और एथलीट भी करेंगे कनाडा का प्रतिनिधित्व
जेसिका के साथ पेरिस ओलंपिक में पंजाब का प्रतिनिधित्व करने वाले दो अन्य खिलाड़ी भी शामिल हैं.



  • जसनीत निज्जर: ब्रिटिश कोलंबिया की 23 वर्षीय धाविका जसनीत निज्जर कनाडा की महिलाओं की 4x400 मीटर रिले टीम की सदस्य होंगी. वह ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड इवेंट में भाग लेने वाली पहली भारतीय मूल की कनाडाई महिला हैं.

  • अमर धेसी: 23 वर्षीय अमर धेसी, जो ब्रिटिश कोलंबिया से ताल्लुक रखते हैं. वो कुश्ती में अपना जलवा बिखेरेंगे. उन्होंने टोक्यो 2020 में अपने ओलंपिक पदार्पण में पुरुषों की 125 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में 13वां स्थान हासिल किया था. अमर के पिता बलबीर धेसी भारत में एक प्रसिद्ध पहलवान थे, जो 1976 में कनाडा चले गए और वहां उन्होंने ब्रिटिश कोलंबिया के सुर्रे में खालसा कुश्ती क्लब की स्थापना की. इस क्लब ने ही अमर के करियर को काफी हद तक आकार दिया.


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