Manu Bhaker Coach Jaspal Rana: पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर ने 2 मेडल जीते. मनु भाकर की कामयाबी के पीछे कोच जसपाल राणा का बड़ा हाथ माना जाता है. अब मनु भाकर की कामयाबी के बाद जसपाल राणा पर पैसों की बारिश हो सकती है. वहीं, अब राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच को अपने खेमे में वापस लाने पर विचार कर रहा है. दरअसल, पिछले कुछ वर्षों से राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ और जसपाल राणा के बीच विवाद चल रहा है. बहरहाल, राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ की अगुवाई कर रहे कलिकेश नारायण सिंह देव का बयान आया है.


हाई परफार्मेंस निदेशक या राष्ट्रीय पिस्टल कोच की मिल सकती है जिम्मेदारी...


कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा अब हमने पुराने मुद्दों को सुलझा लिया है. वहीं, मनु भाकर के निजी कोच के तौर पर बेहद कामयाब रहे जसपाल राणा को भारतीय निशानेबाजी प्रणाली में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जसपाल राणा को हाई परफार्मेंस निदेशक या राष्ट्रीय पिस्टल कोच बनाया जा सकता है. दरअसल, इससे पहले जसपाल राणा ने जूनियर राष्ट्रीय पिस्टल कोच के रूप में काम कर चुके हैं. साथ ही मनु भाकर समेत कई अन्य शूटरों की बेहतरी में अपना योगदान दे चुके हैं.


'मुझे नहीं लगता कि हमने कभी जसपाल के योगदान को...'


राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सिंह देव कहते हैं कि जसपाल मनु के निजी कोच रहे हैं और उन्होंने शानदार योगदान दिया है, मुझे नहीं लगता कि हमने कभी जसपाल के योगदान को नजरअंदाज किया है. उन्होंने कहा कि पहले कुछ मुद्दे थे, जाहिर तौर पर उन्हें सुलझा लिया गया है, वह पिछले कई महीनों से मनु के साथ काम कर रहे हैं और यह एनआरएआई की सहमति और अनुमोदन से हुआ है.


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