Arshad Nadeem who won gold in Paris Olympics 2024 has converted to religion: पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक में भारत के नीरज चोपड़ा को पीछे छोड़ते हुए जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता. हालांकि, सिल्वर मेडल नीरज चोपड़ा के नाम रहा. गोल्ड जीतने के बाद से अरशद नदीम लगातार सुर्खियों में हैं. फैंस उन्हें लेकर अजीब-अजीब दावे कर रहे हैं. पर इस बीच एक हैरान करने वाला दावा सामने आया है. 


2024 पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले अरशद नदीम को लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने धर्म परिवर्तन किया है. जाट समाज नाम से बने एक अकाउंट ने एक्स पर लिखा, चौधरी अरशद नदीम सुखेरा भाला फेंकने में रिकॉर्ड 92.97 मीटर की दूरी के साथ गोल्ड मेडल जीत गए. नदीम के पूर्वज हरियाणा के सिरसा से पाकिस्तान के पंजाब गए थे. नदीम मूल रूप से हरियाणवी जाट है. 


वहीं एक अन्य यूज़र ने एक्स पर लिखा है कि अरशद नदीम ने धर्म परिवर्तन किया है. इस यूज़र ने अरशद नदीम को राजपूत बताया है. यूज़र ने लिखा है कि बता दें कि गोल्ड मेडल जीतने वाला अरशद नदीम पंजाबी राजपूत है. इस सभी दावों ने दुनिया को हैरानी में डाल दिया है. 


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस तरह के सभी दावें फर्जी हैं. अरशद को लेकर फैंस अलग-अलग के तरह के दावे कर रहे हैं, ये सिर्फ अपनी पोस्ट की रीच बढ़ाने के लिए किया जा रहा है. इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है. ये सभी दावें मनगढ़ंत हैं.




जानें कौन हैं अरशद नदीम? 


पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचने वाले अरशद नदीम का जन्म पाकिस्तान के पंजाब के मियां चन्नू में एक पंजाबी परिवार में हुआ था. वह कुल आठ भाई-बहन हैं. अरशद एक मुस्लिम हैं, जो पाकिस्तानी पंजाबी हैं. अरशद ने 2015 से जेवलिन थ्रो की स्पर्धाओं में हिस्सा लेना शुरू किया था. फरवरी 2016 में अरशद नदीम ने गुवाहाटी में साउथ एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. टोक्यो ओलंपिक में अरशद नदीम मेडल नहीं जीत पाए थे. वह फाइनल में जरूर पहुंचे थे, लेकिन पांचवें नंबर पर रहे थे.