Paris Olympics 2024 Archery Schedule: पेरिस ओलंपिक्स में भारत अपने अभियान की शुरुआत 26 जुलाई को होने वाले उदघाटन समारोह से एक दिन पहले करेगा. 25 जुलाई के दिन भारतीय तीरंदाज एकल और डबल्स स्पर्धाओं में अपना-अपना मैच जीतते हुए अगले राउंड में प्रवेश करना चाहेंगे. इस बीच तीन पुरुष एथलीट तीरंदाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जिनके नाम तरुणदीप राय, प्रवीण जाधव और धीरज बोम्मादेवरा हैं.
तरुणदीप राय - तरुणदीप राय, पेरिस ओलंपिक्स 2024 के भारतीय दल में सबसे अनुभवी एथलीटों में से एक हैं. सिक्किम का यह 40 वर्षीय तीरंदाज तीन बार ओलंपिक खेलों में भाग ले चुका है, लेकिन अब तक मेडल उनकी झोली में आकर नहीं गिरा है. 2004 में तरुणदीप पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गए थे, लेकिन 2007 में उन्हें गंभीर चोट के कारण दो साल तक खेल से दूर रहना पड़ा. वो 2008 बीजिंग ओलंपिक का हिस्सा तो नहीं बन पाए, लेकिन 2012 लंदन ओलंपिक्स और फिर 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में भी भाग लिया. 3 बार के ओलंपियन होते हुए भी तरुणदीप कभी खेलों के इस महाकुंभ में मेडल नहीं जीत सके हैं. बता दें कि तरुणदीप 3 बार तीरंदाजी के वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल विजेता रह चुके हैं. संभव है कि यह उनका आखिरी ओलंपिक्स हो.
धीरज बोम्मादेवरा - धीरज बोम्मादेवरा आंध्र प्रदेश से आते हैं और फिलहाल दुनिया में 12वें नंबर के तीरंदाज हैं. धीरज ने 2024 में शंघाई में हुए तीरंदाजी वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतकर भारतीय खेल जगत में तहलका मचाया था. धीरज की उम्र अभी मात्र 22 साल है और उनकी पहली बड़ी जीत 2022 एशियाई खेलों में आई जब उन्होंने पुरुष टीम स्पर्धा में अतानु दास और तुषार शेल्के के साथ मिलकर सिल्वर मेडल जीता था. वैसे तो वो अपना ओलंपिक डेब्यू कर रहे होंगे, चूंकि उन्होंने 2024 के वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है, इसलिए उनसे पूरे भारतवर्ष को मेडल जीतने की उम्मीद होगी.
प्रवीण जाधव - प्रवीण जाधव ने 2020 में टोक्यो में अपना ओलंपिक डेब्यू किया था, जहां वो दूसरे राउंड में पहुंचने के बाद पदक की दौड़ से बाहर हो गए थे. वहीं मेंस टीम के साथ उन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स में क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया था. प्रवीण महाराष्ट्र से हैं और युवावस्था के दिनों में 800 मीटर की दौड़ में भाग लिया करते थे, लेकिन अमरावती शिफ्ट होने के बाद उनका तीरंदाजी से लगाव बढ़ना शुरू हुआ. उन्होंने 2019 के वर्ल्ड कप में पुरुष टीम स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता हुआ है. यह भी दिलचस्प तथ्य है कि प्रवीण 2017 से भारतीय आर्मी से जुड़े हैं और फिलहाल हवलदार की रैंक पर कार्यरत हैं.
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