Paris Olympics 2024: भारत के 6 तीरंदाज पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भाग ले रहे हैं, इनमें 3 महिला एथलीट शामिल हैं. इन तीन महिला तीरंदाजों के नाम दीपिका कुमारी, अंकिता भगत और भजन कौर हैं.  ये 3 नाम भारत को ओलंपिक्स के इतिहास में तीरंदाजी में पहला पदक दिलाना चाहेंगी. खैर इससे पहले 25 जुलाई को वे प्रतिस्पर्धा में भाग लें, आइए जानते हैं उनका ओलंपिक्स तक का सफर कैसा रहा है.


दीपिका कुमारी - रांची में जन्मी दीपिका कुमारी को पहली पहचान तब मिली जब उन्होंने महज 16 साल की उम्र में दिल्ली में हुए 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में 2 गोल्ड मेडल जीते थे. एक समय उन्होंने 500 रुपये का स्टाइपेंड लेकर पेशेवर तीरंदाजी करियर की शुरुआत की थी. 18 की उम्र में दीपिका ने 2012 लंदन ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया, लेकिन तेज बुखार के कारण खराब प्रदर्शन के चलते पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गई थीं. 30 वर्षीय दीपिका तीरंदाजी वर्ल्ड कप में 11 बार की गोल्ड मेडल विजेता रही हैं। उसके बाद उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक्स और 2020 टोक्यो ओलंपिक्स के लिए भी क्वालीफाई, किया लेकिन उनका पदक जीतने का इंतज़ार अब भी जारी है. 2024 में वे चौथी बार ओलंपिक खेलों में भाग लेंगी.


अंकिता भगत - अंकिता भगत 2017 में यूथ वर्ल्ड तीरंदाजी चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता रही थीं, लेकिन ओलंपिक्स में अब तक भाग नहीं ले पाई थीं. 2024 में वो अपना ओलंपिक डेब्यू कर रही होंगी. अंकिता कोलकाता से हैं और उनके पिता कभी दूध बेचने का काम किया करते थे. उन्होंने 10 साल की उम्र में पेशेवर तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया था. वे इस समय दुनिया की 40 नंबर की तीरंदाज हैं, लेकिन उन्होंने करियर की सर्वोच्च रैंकिंग 2021 में हासिल की जब वो 17वें नंबर पर पहुंच गई थीं.


भजन कौर - 18 वर्षीय भजन कौर भी इस 2024 में अपना ओलंपिक डेब्यू कर रही होंगी. हरियाणा की इस युवा तीरंदाज ने जून 2024 में हुए ओलंपिक क्वालीफायर्स में गोल्ड मेडल जीतकर पेरिस ओलंपिक्स 2024 के लिए क्वालीफाई किया था. कौर को तीरंदाजी जगत में पहली पहचान तब मिली जब उन्होंने 2022 एशियाई खेलों में अंकिता भगत और सिमरनजीत कौर के साथ मिलकर महिला रिकर्व टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था. वर्ल्ड रैंकिंग में भजन कौर 45 वें स्थान पर हैं और अपने ओलंपिक डेब्यू देश का नाम रोशन करना चाहेंगी.


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