Ravi Dahiya Wins Silver: टोक्यो ओलंपिक में हरियाणा के सोनीपत के एक छोटे से गांव नाहरी के रवि दहिया ने कमाल करते हुए सिल्वर मेडल भारत के नाम किया है. हालांकि, वह गुरूवार को कुश्ती के फाइनल मुकाबले में रूसी खिलाड़ी से हार गए. लेकिन, रवि दहिया के सिल्वर जीतने के बाद न सिर्फ देश के लोगों में खुशी है बल्कि परिवार के लोग उनके इस कारनामे के बाद वापसी पर स्वागत का इंतजार कर रहे हैं.


बेटे से बोलूंगी लगा रह, अगली बार गोल्ड लाना


रवि दहिया की मां उर्मिला दहिया ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बात करते हुए कहा कि वह अपने बेटे की वापसी पर शानदार स्वागत करेंगी. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे का सबसे पसंदीदा चूरमा है, जो उसके आने पर उसे खिलाऊंगी. उन्होंने कहा कि उनके बेटे को खीर और हलवा भी खास पसंद है.


गोल्ड न लाने से मायूसी के सवाल पर रवि की मांग ने कहा कि वह अपने बेटे से कहेंगी कि लगा रह, अगली बार जरूर गोल्ड लेकर आना. उन्होंने कहा कि घर के सदस्यों से भी उन्होंने कहा कि नाराजगी की बात नहीं है, उनका बेटे अगली बार गोल्ड लाएगा.


सालभर से घर से दूर हैं रवि दहिया


उर्मिला दहिया ने बताया कि उनका बेटा करीब एक साल से घर से दूर है. उन्होने कहा कि जब रवि 10 साल का था तभी घर से कुश्ती की अपनी तैयारियों में दिल्ली निकल गया था और वहीं पर रहता था. उन्होंने आगे कहा कि उनका बेटा काफी सीधा है और उन्होंने बेटे को इजाजत दे रखी थी कि जो मन में आए वह करो. रवि दहिया के स्वभाव के बारे में बोलते हुए उनकी मां ने कहा कि वह लोगों से बहुत कम ही बातें किया करता था.


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