San Marino at Tokyo Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 26 जुलाई से हो रही है. इसके लिए अब दो दिन से भी कम समय बचा है. ऐसे में हर एथलेटिक्स प्रेमी ओलंपिक के इतिहास को खंगालने में लगा हुआ है. इन्हीं में से एक शानदार इतिहास टोक्यो ओलंपिक 2020 में लिखा गया. जहां एक देश की आबादी भारत के एक शहर से भी कम है. उस देश ने टोक्यो ओलंपिक में पांच एथलीट भेजे और तीन एथलीट पदक जीतने में सफल रहे. इस देश का नाम सैन मैरिनो है.


टोक्यो ओलंपिक 2020 में दिखा सैन मैरिनो का जलवा
सैन मरीनो ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में केवल 5 खिलाड़ियों के दम पर 3 मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. वर्ल्ड बैंक 2022 के मुताबिक 33,660 की आबादी वाले इस छोटे से देश ने अपनी पहली ओलिंपिक पदक 29 जुलाई को हासिल किया, जब एलसेंड्रा पेरिली ने वीमन्स ट्रेप इवेंट में कांस्य पदक जीता. इसके बाद 31 जुलाई को पेरिली और गियान मार्को बेरटी की जोड़ी ने शूटिंग की मिक्स्ड टीम ट्रेप इवेंट में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. 5 अगस्त को माइल्स अमाइन ने कुश्ती में भारत के दीपक पूनिया को हराकर कांस्य पदक जीता.


यह पहली बार नहीं था जब सैन मरीनो ने ओलिंपिक में पदक जीतने का प्रयास किया था. 1960 में पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले इस देश ने 2012 लंदन ओलिंपिक में भी मेडल जीतने का मौका गंवा दिया था, जब एलसेंड्रा पेरिली वीमन्स ट्रेप में चौथे स्थान पर रहीं थीं.


2020 टोक्यो ओलिंपिक में सैन मरीनो के लिए एलसेंड्रा पेरिली, गियान मार्को बेरटी, माइल्स अमाइन के अलावा स्विमिंग में आरियाना वलोनी और 90 किलो भारवर्ग में जूडोका पाउलो परसोगलिया ने भी हिस्सा लिया था.


सैन मरीनो



  • आबादी: वर्ल्ड बैंक 2022 के मुताबिक 33,660

  • पहला ओलिंपिक पदक: 2020 टोक्यो ओलिंपिक

  • कुल पदक: 3 (1 रजत, 2 कांस्य)

  • खिलाड़ी: एलसेंड्रा पेरिली (शूटिंग), गियान मार्को बेरटी (शूटिंग), माइल्स अमाइन (कुश्ती)


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