Sushil Kumar Phone Call to Aman Sehrawat: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 26 जुलाई से होने जा रही है. इसका मतलब है कि अब छह दिन से भी कम समय बचा है. ऐसे में भारतीय एथलीट अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. ओलंपिक 2024 में भारतीय कुश्ती दल में कुल छह पहलवान हैं. जिसमें से सिर्फ एक पुरुष पहलवान है. जिसका नाम अमन सहरावत है. अमन सहरावत के ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की एक खास कहानी है. जिसकी बदौलत उन्हें ओलंपिक 2024 का टिकट मिला.
अमन ने अपने कमरे की दीवार पर लगा 'क्वालीफाइड एथलीट' सर्टिफिकेट
अमन सेहरावत के लिए बहुत कुछ नहीं बदला है, लेकिन फिर भी सब कुछ बदल गया है. पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान, सेहरावत अभी भी छत्रसाल स्टेडियम की गैलरी के नीचे एक छोटे से कमरे में दो अन्य पहलवानों के साथ रहते हैं. 20 साल के अमन ने अपनी दीवार पर 'क्वालिफाइड एथलीट' सर्टिफिकेट लगाया है, जो उन्हें इस्तांबुल में मई में वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफायर्स में मिला था. यह सर्टिफिकेट उनके कमरे की नई सजावट है.
सुशील कुमार के फोन कॉल ने बदली अमन सहरावत की तकदीर
बिश्केक, किर्गिस्तान में एशियाई क्वालिफायर में असफल रहने के बाद सेहरावत निराश थे. उस समय उन्हें अपने भविष्य को लेकर चिंता हो रही थी. तभी उन्हें दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का फोन आया. सुशील कुमार, जो वर्तमान में जेल में हैं, फिर भी पहलवानों के बीच एक सम्मानित व्यक्ति हैं. सुशील ने अमन को सलाह दी कि वे रक्षात्मक होने से बचें और अपने आक्रमण को बनाए रखें.
अमन सहरावत सुशील कुमार के साथ हुए फोन कॉल के बारे में बताते हुए कहते हैं- "एशियन क्वालीफायर्स के बाद, मैं थोड़े दबाव में था क्योंकि मैं बिना कोटा के लौट आया था और मुझसे उम्मीदें थीं. मेरे मन में कुछ संदेह थे. तभी मेरी सुशील पहलवान जी से बात हुई. विश्व क्वालीफायर्स के लिए लगभग तीन सप्ताह बाकी थे और मैं यहां छतरसाल में प्रशिक्षण ले रहा था. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बहुत रक्षात्मक न हो जाऊं और मेरा लक्ष्य पूरे छह मिनट तक लड़ना है. उन्होंने यह भी कहा कि मुझे दुविधा में नहीं रहना चाहिए. अगर आपका बचाव करने के लिए मजबूर किया जाता है तो बचाव करें लेकिन फिर पहले अवसर का इंतजार करें और फिर पूरी ताकत से हमला करें. उन्होंने मुझे अनिर्णायक न होने और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमलावर पहलवान बने रहने के लिए कहा."
ऐसे मिला ओलंपिक 2024 का टिकट
सुशील कुमार की यह सलाह अमन सहरावत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई. विश्व क्वालिफायर के सेमीफाइनल में, सेहरावत ने उत्तर कोरिया के चोंगसोंग हान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और 12-2 से जीत हासिल की. यह भारत के लिए पेरिस ओलंपिक का पहला और एकमात्र पुरुष कोटा था.