Tokyo Olympic 2020: जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से ओलंपिक खेलों का आयोजन हो रहा है. इस बार ओलंपिक खेलों में भारत के 100 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. भारत को टेबल टेनिस के मिक्सड डबल्स में मेडल की उम्मीद है. इस इवेंट में मनिका बतरा और शरत कमल के कंधों पर भारत को मेडल दिलाने की जिम्मेदारी है. 


भारत 1988 से हर ओलंपिक में टेबल टेनिस से दो खिलाड़ियों को उतारता आया है. लेकिन इस खेल में चीन का दबदबा रहा है और अन्य देशों के खिलाड़ियों के लिए पदक जीतने की उम्मीद कम रहती है. चीन ने ओलंपिक में 32 में से 28 स्वर्ण पदक जीते हैं. अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ ने बाद में इसके फॉर्मेट और नियमों में बदलाव किया और प्रत्येक देश से हर इवेंट में अधिकतम दो क्वालीफाइंग स्पॉट रखा.


2008 बीजिंग ओलंपिक खेलों के बाद से पुरुष और महिला डबल को पुरुषों और महिलाओं की टीम प्रतियोगिताओं से बदल दिया गया है. टोक्यो में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में सिंगल इवेंट आयोजित की जाएगी जबकि मिक्सड डबल इवेंट भी होगा.


भारत की ओर से चार खिलाड़ी ले रहे हैं हिस्सा


भारतीय टीम के एशियन क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के फाइनल राउंड में हारने के बाद चार भारतीय खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था. टोक्यो में भारत की ओर से शरत और जी सात्यिान पुरुष सिंगल जबकि मनिका और सुतीर्था मुखर्जी महिल सिंगल इवेंट में भाग लेंगी. 


शरत और मनिका ने मिक्सड युगल इवेंट के लिए क्वालीफाई किया है और ये पदक के दावेदार हैं. 39 साल के शरत चौथे ओलंपिक में हिस्सा लेंगे जबकि मनिका का यह दूसरा ओलंपिक होगा. शरत ने पहली बार 2004 एथेंस ओलंपिक में हिस्सा लिया था.


भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में बेहतर प्रदर्शन किया था. मनिका ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में महिला सिंगल इवेंट में स्वर्ण जीता था, जबकि मनिका और शरत ने जर्काता एशिया खेलों में मिक्सड डबल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इन दोनों खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारत को इस इवेंट में मेडल की उम्मीद है.


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