Tokyo Olympics 2020: ओलंपिक के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में पदक की प्रबल दावेदार भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के लिए आज का दिन बेहद निराशा भरा रहा. पिस्टल में तकनीकी खराबी के चलते वो मामूली अंतर से फाइनल्स में जगह बनाने से चूक गई और क्वालिफाइंग राउंड में ही बाहर हो गई. मनु भाकर ने इस इवेंट में शानदार शुरुआत करते हुए पहली सीरीज में 98 अंक स्कोर किए.
इसके बाद दूसरी सीरीज के दौरान पिस्टल में तकनीकी खराबी के चलते मनु के पांच मिनट खराब हुए. मानसिक एकाग्रता पर निर्भर इस खेल में किसी भी खिलाड़ी की लय खराब करने के लिए इतना समय काफी होता है और मनु के साथ भी ऐसा ही हुआ.
पिस्टल के इलेक्ट्रॉनिक ट्रिगर में आई खराबी
मनु के पिता रामकिशन भाकर और भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के एक अधिकारी ने भी इस बात की जानकारी दी कि, मनु की पिस्टल के इलेक्ट्रॉनिक ट्रिगर में खराबी आ गई थी. उसे ठीक कराने के बाद वो खेल में लौटी लेकिन तब तक उनकी लय बिगड़ चुकी थी.
मनु ने पहली सीरीज में 98 अंक स्कोर करने के बाद अगली तीन सीरीज में 95, 94 और 95 का स्कोर किया. इसके साथ ही वो इस इवेंट में शीर्ष 10 से बाहर हो गई. पांचवीं सीरिज में मनु ने एक बार फिर शानदार वापसी की कोशिश की. लेकिन छठी और आखिरी सीरिज में एक 8 और तीन 9 के स्कोर के बाद वह शीर्ष आठ में जगह नहीं बना सकी.
हीना सिद्धू ने किया मनु का बचाव
देश के लिए दो ओलंपिक खेल चुकी पिस्टल निशानेबाज हीना सिद्धू ने मनु का बचाव करते हुए कहा, "जो लोग यह कहने में देर नहीं लगा रहे कि मनु दबाव का सामना नहीं कर सकी उन्हें एक बार फिर सोचना चाहिए. मैं इतना जानना चाहती हूं कि पिस्टल में खराबी के कारण उसका कितना समय खराब हुआ. उसने दबाव के आगे घुटने नहीं टेके बल्कि उसका सामना करके अच्छा प्रदर्शन किया."
साथ ही उन्होंने कहा, "34 मिनट से भी कम समय में 575 स्कोर करना बताता है कि वह मानसिक रूप से कितनी दृढ है. खिलाड़ियों का आंकड़ों के आधार पर आकलन करना बंद कीजिए. मनु और यशस्वी देसवाल दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया और आगे होने वाले मिक्स्ड टीम इवेंट में वे अधिक मजबूती से उतरेंगी."
बता दें कि, हीना के पति रौनक पंडित भारतीय पिस्टल टीम के कोच भी हैं.
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